TIO BHOPAL
आयकर विभाग गुरुवार सुबह मध्य प्रदेश के भोपाल और इंदौर में फेथ बिल्डर्स के 10 ठिकानों पर कार्रवाई की। आयकर विभाग की टीम बिल्डर के दफ्तर और घरों में कागजात खंगाल रही है। जानकारी के अनुसार जब लॉकडाउन के दौरान रियल स्टेट का कारोबार ठप पड़ा था उस दौरान फेथ बिल्डर्स की बड़ी कमाई हुई है। साथ ही कुछ ही दिनों में कई कंपनियां इनसे जुड़कर पैसा लगाने लगीं। इसकी भी जांच की जा रही है आयकर विभाग को इन छापों में 500 करोड़ की बेनामी संपत्ति मिलने की संभावना है। फैथ बिल्डर एक आईपीएस अफसर के साले भी है। इनमें पीयूष गुप्ता की कंपनियां भी शामिल है।
यह भी निशाने पर
गोल्डन रियल्टी के फारूख नसीमउद्दीन, शिव रियलटी के महेंद्र गोधा, आर्या इंटरप्राइजेस के विपिन जैन, व्हाईट रोज एंड कंपनी में पार्टनर प्रकाशचंद परियानी, राज रियलटी के पूनम गुप्ता, समरीन खान, राहुल जौहरी और राजकुमार जौहरी भी आयकर के निशाने पर है। दरअसल पिछले साल ईडी के डायरेक्टर को एक शिकायत हुई थी जिसमें भोपाल के अफसरों का पैसा फैथ बिल्डर और पीयूष गुप्ता की कंपनियों में लगे होने की जानकारी दी गई थी। ईडी ने केंद्रीय प्रत्यक्षकर बोर्ड को पत्र लिखकर जांच कराई। जांच में पता चला था कि इन बिल्डर के पास प्रदेश के रिटायर अफसरों का 500 करोड़ रुपए लगा है। आयकर विभाग ने इस संबंध में कोई खुलासा नहीं किया है।
फेथ बिल्डर एसपी होशंगाबाद के रिश्तेदार बताए जाते हैं। उनके कारोबार में कई बड़े अधिकारियों और नेताओं का पैसा लगा होने की जानकारी सामने आई है। हालांकि, अभी तक अधिकारियों ने कोई भी जानकारी साझा नहीं की है। शाम करीब 4 बजे अधिकारी इस कार्रवाई के बारे में जानकारी देंगे।
ग्रुप के कारोबार
राघवेंद्र तोमर का फेथ नाम से बिल्डर, क्रिकेट क्लब, होटल, रेस्टोरेंट, डेरी, पैकर्स, एग्रो आदि संस्थाओं का संचालन करना बताया जाता है। इनके पिता आईजी के पद से रिटायर्ड होना बताए जाते हैं। एक आईपीएस के करीबी साले भी बताए जा रहे हैं। राघवेंद्र तोमर का नाम व्यापमं घोटाले से भी जुड़ा हुआ है।
ऐसे आए सुर्खियों में
भोपाल के रातीबड़ में इनका क्रिकेट स्टेडियम है। इसमें एक साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर के दो क्रिकेट मैदान बनाए गए हैं। उनका दावा है कि एक साथ दो क्रिकेट ग्राउंड और कहीं नहीं है। यहां पर क्रिकेट अकादमी संचालित की जाती है। इसमें स्विंग पूल से लेकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच और ट्रेनिंग की सभी व्यवस्थाएं हैं।
150 अधिकारियों ने एक साथ कार्रवाई की
गिन्नौरी, चिंतामन चौराहा, कोहेफिजा और कोलार इलाकों में बिल्डर के ठिकानों पर एकसाथ सुबह ही 150 से ज्यादा अधिकारियों ने यह कार्रवाई शुरू की। इनके भोपाल, जबलपुर, इंदौर और होशंगाबाद के अलावा अन्य शहरों के साथ ही विदेशों में भी कारोबार करने की सूचना विभाग के पास पहुंची थीं।