राजस्थान: कांग्रेस में टिकट वितरण को लेकर जारी है विवाद, समर्थक दिल्ली में करा रहे हैं मंत्रों का जाप

0
616

जयपुर. कांग्रेस में टिकट को लेकर रार नहीं थम रही। एक के बाद एक गुटबाजी सामने आ रही है। शनिवार को सिविल लाइंस से टिकट की दावेदारी कर रहे विजय तिवाड़ी के समर्थकों ने दिल्ली में एआईसीसी कार्यालय के बाहर मंत्रों का जाप किया। इसके लिए अपनी दावेदारी जताई।
Rajasthan: Issue of ticket distribution in Congress, controversy, supporters chanting mantras in Delhi
इससे पहले शुक्रवार को टोंक जिले के निवाई सीट पर टिकट को लेकर प्रशांत बैरावा और उनके विरोधी गुट के समर्थक आपस में भीड़ गए थे। पुलिस के बीच बचाव के बाद मामला शांत हुआ था। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट के हस्तक्षेप के बाद प्रदर्शन को दोनों ही गुटों की ओर से समाप्त किया गया था।

सत्ता विरोधी लहर को देखते हुए कांग्रेस से हर कोई टिकट की दावेदारी जता रहा है। टिकट पाने के लिए पहले समर्थक प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट से लेकर पूर्व सीएम अशोक गहलोत, प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे और स्क्रीनिंग कमेटी की चेयरमैन कुमारी शैलजा तक से मुलाकात की। इस दौरान जिसे भी यह लग रहा है कि उसे टिकट नहीं मिलेगा। उसकी ओर से शक्ति प्रदर्शन किया जा रहा है। न केवल टिकट लेने के लिए बल्कि दूसरे का टिकट कटवाने के लिए भी ताकत झोंकी जा रही है।

भाजपा : फीडबैक लेंगे 15 नेता
राजस्थान विधानसभा चुनावों में भाजपा के टिकटों की पहली सूची 11 नवंबर को फाइनल होने की संभावना है। प्रदेश कोर कमेटी इसके लिए 10 नवंबर को ही दिल्ली पहुंच जाएगी। इसमें मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सहित कई नेता शामिल होंगे। प्रदेश में 11 नवंबर से 19 नवंबर तक नामांकन होगा। भाजपा चुनाव प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर का कहना है कि इस बार नामांकन की प्रक्रिया काफी जटिल है इस लिए घोषित प्रत्याशियों को इसके लिए प्रशिक्षण भी देना होगा। इसमें लिए भी पार्टी को समय चाहिए होगा। ऐसे में टिकटों की घोषणा जल्दी ही होगी।

जावड़ेकर को सौंपी जाएगी रिपोर्ट : केंद्रीय चुनाव समिति में टिकटों का पैनल रखे जाने से पहले पार्टी ने 15 नेताओं को जिला मुख्यालयों पर जाकर फीडबैक लेने की जिम्मेदारी दी है। ये फीडबैक रिपोर्ट प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर को सौंपी जाएगी। इसके बाद जावड़ेकर इसे शाह को देंगे। जिन प्रभारियों को जिलों में जाकर फीडबैक तैयार करने के लिए कहा है, उनमें गुलाब चंद कटारिया को जोधपुर, राजेन्द्र राठौड़ को श्रीगंगानगर, अविनाश राय खन्ना को हनुमानगढ़, वी सतीश को चूरू, झुंझुनूं, चंद्रशेखर को जयपुर, अजमेर, ओम माथुर को अलवर, अर्जुन राम मेघवाल को नागौर और गजेंद्र शेखावत को बीकानेर तथा राजसमंद की जिम्मेदारी दी गई है।

इनके अलावा नारायण लाल पंचारिया को कोटा, झालावाड़, ओम बिरला को सवाई माधोपुर, दौसा, राजेन्द्र गहलोत को करौली, भरतपुर, हरिओम सिंह को पाली, सीपी जोशी को बूंदी, किरण माहेश्वरी को सीकर, भजनलाल को बाड़मेर तथा बांसवाड़ा की जिम्मेदारी दी गई है।

जोधपुर : कटारिया ने वन-टु-वन में जीत के फॉमूर्ले पर किया मंथन : गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने शनिवार को जोधपुर-रोहिट मार्ग पर स्थित एक होटल के बंद कमरे में सिंगल पैनल के लिए 6 घंटे रूककर जिले की सभी 10 सीटों पर फीडबैक लिया। कटारिया ने शनिवार को जोधपुर शहर से 18 और देहात से 20 जनप्रतिनिधियों व नेताओं का ही नाम था, लेकिन दोपहर होते-होते होटल के बाहर नेताओं व कार्यकतार्ओं का जमावड़ा लग गया।

बीकानेर : शक्ति प्रदर्शन हुआ तो गजेन्द्रसिंह बहन के घर चले गए : बीकानेर जिले में विधानसभा टिकटों के लिए बने पैनल पर रायशुमारी करने आए केन्द्रीय मंत्री एवं भाजपा प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति संयोजक गजेन्द्रसिंह शेखावत के सामने शनिवार को दावेदारों ने शक्ति-प्रदर्शन किया। शेखावत को प्रमुख नेताओं सहित विभिन्न वर्गों के प्रतिनिधियों से मिलना था। पर जब भीड़ बढ़ गई तो गांधी नगर में अपनी बहिन के घर चल गए।