श्योपुर। मध्यप्रदेश के बाद अब भाजपा और कांग्रेस का पूरा जोर राजस्थान में होने वाले चुनावों पर है। दोनों ही पार्टियों के कद्दावर नेता सभाएं कर रहे हैं और जीत का माहौल बनाने में लगे हुए हैं। इस अंतिम दौर में अपने पक्ष में माहौल बनाने के लिए भारतीय जनता युवा मोर्चा मध्यप्रदेश और राजस्थान के सीमावर्ती जिलों के युवा आईकॉन को राजस्थान में दम लगाने की तैयारी में जुट गया है।
Rajasthan, the leader of the state, came to power as soon as the election was over in MP
कई जगहों पर यूथ आईकॉन माने जाने वाले नेता सीमावर्ती कस्बों और जिलों में भेजे भी जा चुके हैं। ये कार्यकता सीमापार अपने रिश्ते-नातेदारों के बीच चुनावी माहौल बनाने का काम कर रहे हैं। श्योपुर जिले में 40 से 50 फीसदी लोगों की रिश्तेदारियां राजस्थान के सवाईमाधौपुर, पाली, इटावा, कोटा और जयपुर सहित अन्य कस्बों से जुड़ी हैं।
जहां रोजाना करीब 03 से 04 हजार लोगों का आना जाना राजस्थान से जुड़ा होता है। इसलिए भाजपा वहां भी अपना माहौल बनाना चाहती है। यहां युवा भाजपाई पार्टी के पक्ष में समीकरण बिठाने का काम करेंगे। बता दें कि राजस्थान में 7 दिसंबर को मतदान होना है जिसे लेकर भाजपा कांग्रेस पूरी जोर आजमाइश में लगी हुई है।
समीकरण बनाने यहां के युवा जाएंगे
भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष सहित जो युवा कार्यकर्ता सिलेक्ट किए गए हैं उनको राजस्थान में भेजा जा रहा है। जिससे भाजपा के पक्ष में जीत के समीकरण फिट हो सकें। अगर जिलों की बात करें जो श्योपुर, शिवपुरी, नीमच, मंदासौर आदि जिले शामिल हैं जहां के युवा चेहरों को राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में उतारा गया है।
इनका कहना है
राजस्थान से सटे जो जिले हैं वहां के सिलेक्टेड चेहरों को राजस्थान में उतारा है ताकि भाजपा को और मजबूती मिल सके।
अभिलाष पाण्डेय, प्रदेश अध्यक्ष, मप्र भाजयुमो