नई दिल्ली। कहने को तो पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार दूसरे दिन कटौती हुई, लेकिन यह नाममात्र ही है। बुधवार को पेट्रोल और डीजल में 1 पैसे की कटौती से सरकार की हुई किरकिरी के बावजूद गुरुवार को पेट्रोल की कीमत में प्रति लीटर महज 7 पैसे और डीजल के दाम में 5 पैसे की कमी की गई। लगातार 16 दिनों तक तेल की कीमतों में वृद्धि के बाद मामूली कमी को विपक्ष ने जनता के साथ क्रूर मजाक बताया है। सोशल मीडिया पर भी सरकार को विरोध का सामना करना पड़ रहा है।
Rampant fun with the public, petrol 7 paise and diesel 5 paise cheaper
पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों से परेशान लोगों के लिए बुधवार सुबह एक राहत की खबर आई थी, जो कुछ देर बाद ही गलत साबित हो गई। पेट्रोल के दामों में सिर्फ एक पैसे की कमी हुई थी लेकिन इंडियन आॅइल कॉपोर्रेशन की वेबसाइट पर एक गलती की वजह से वह 60 पैसे दिखाई दी। हालांकि, कुछ देर बाद ही सफाई आ गई कि दाम सिर्फ एक पैसे कम हुए हैं।
14 मई से पेट्रोल-डीजल की कीमतें लगातार बढ़ रही थीं। उससे पहले कर्नाटक चुनाव के चलते 19 दिन तक ईंधन की कीमतें स्थिर रहीं थी जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें लगातार बढ़ रही थीं। 16 दिनों में पेट्रोल की कीमत में 3.8 रुपये और डीजल में 3.38 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी हुई। ईंधन की कीमत राज्यों के स्थानीय करों के हिसाब से बदलती हैं। सभी मेट्रो शहरों और अधिकतर राज्यों की राजधानी के मुकाबले दिल्ली में कीमतें सबसे कम हैं।