सबरीमाला में महिलाओं के प्रवेश पर जारी घमासान के बीच भाजपा से निकालेगी सरंक्षण रथयात्रा, येदियुरप्पा दिखाएंगे हरी झंडी

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तिरुवनंतपुरम। सबरीमाला मंदिर में सभी उम्र की महिलाओं को प्रवेश दिए जाने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद जारी सियासी घमासान के बीच बीजेपी गुरुवार से यहां सबरीमाला संरक्षण रथ यात्रा निकालने जा रही है। कर्नाटक में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा इस रथयात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।
Rath Yatra, Yeddyurappa will show off the protection from BJP in the absence of women entering Sabarimala
सबरीमाला मंदिर की परंपरा और रिवाजों को बचाने का दावा करते हुए बीजेपी यह रथयात्रा निकाल रही है। कासरगोड जिले से इस रथयात्रा की शुरूआत होगी। यह रथयात्रा 13 नम्वबर को इरुमली पहुंचकर समाप्त होगी। रथयात्रा के दौरान प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष पीएस श्रीधरन पिल्लई सहित कई विधायक और पार्टी के वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे।

बता दें कि केरल सरकार जहां अदालत के फैसले को हर हाल में लागू करने की बात कर रही है, वहीं बीजेपी व अन्य दल फैसले के खिलाफ सड़क पर उतर आए हैं। इस कड़ी में बीजेपी ने दूसरे चरण के आंदोलन के तहत रथयात्रा के आयोजन का ऐलान किया था।  पिछले दिनों बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष पीएस श्रीधरन पिल्लई ने कहा था कि यह लड़ाई आस्तिक और नास्तिकों के बीच की है।

पिल्लई ने कहा था, ‘मुख्यमंत्री पी. विजयन जिस तरह से सबरीमाला मुद्दे को हैंडल कर रहे हैं, उससे जल्द ही प्रदेश पूरी तरह कम्युनिस्ट हो जाएगा। 8 नवंबर को जो रथ यात्रा निकाली जा रही है, उसमें सैकड़ों की संख्या में संन्यासी हिस्सा लेंगे। इस रथयात्रा में 62 बिशप, 12 मौलाना भी शामिल होंगे। हमें किसी भी हालत में नहीं रोका जा सकता है।’

अमित शाह पहुंच सकते हैं सबरीमाला
उधर, 16 नवंबर को नियमित वार्षिक तीर्थयात्रा के लिए खुल रहे मंदिर के कपाट में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के शामिल होने संभावना जताई जा रही है। सबरीमाला मंदिर में आकर पूजा करने की बात उनके विवादित बयान के बाद सामने आई है। अमित शाह कन्नूर में पार्टी कार्यालय का उद्घाटन करने पहुंचे थे। तब उन्होंने न सिर्फ राज्य की लेफ्ट सरकार को घेरा बल्कि सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश से जुड़े सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर भी सवाल उठाए थे।

अमित शाह ने उठाए थे सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सवाल
बीजेपी कार्यालय का उद्घाटन करते हुए अमित शाह ने कहा था कि कन्नूर हमारे लिए तीर्थस्थल जैसा है। अयप्पा के भक्तों पर दमन का कुचक्र चलाया जा रहा है, बीजेपी अयप्पा भक्तों के साथ चट्टान की तरह खड़ी रहेगी। केरल के अंदर मंदिरों की परंपरा को खत्म करने की कोशिश कम्युनिस्ट सरकार कर रही है। उन्होंने कहा था कि सरकार और कोर्ट को ऐसे आदेश देने चाहिए, जिनका पालन हो सके। उन्हें आदेश ऐसे नहीं देने चाहिए जो लोगों की आस्था का सम्मान न कर सकें। उन्होंने कहा था कि सरकार आग से खेल रही है।