सब्जी तरकारी-दिन

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भोपाल। ‘इंडियन फूड अबर्जन्स डे’ रूसीना ए. घिलड़ियाल द्वारा शुरू किए गए हैं। इस प्रयास का मकसद है कि भारतीय व्यंजनों की इतनी वैरायटीज को एक्सप्लोर करना, नानी, दादी द्वारा सिखाई गई इन डिशेस को दुनिया के सामने लाना है जो लुप्त होती जा रही है। एवं इन दिशेस से न्यू एवं इन्नोवेटिव डिशेस को कैसे तैयार किया जाता है यह भी सिखाया जा सकता है।

इससे पूर्व में लड्डू डे, पापड़ वड़ी डे, अचार डे, चाय पकोड़ा दिवस और पुलाव बिरयानी डे इसके साथ ही अन्य कई डे भी मना चुके हैं। फूड में हमेशा नई क्रिएटिविटी करने वाली फूड ब्लॉगर मुद्रा केशवानी ने सब्जी तरकारी डे पर स्पेशल गैदरिंग का आयोजन किया। घिलड़ियाल के साथ कॉलेबोरेट किया। ये गैदरिंग में फूड आब्सर्वेन्स-डे को सेलीब्रेट करने के लिए आयोजित की गई।

इस गेट टू गेदर में उन्होने कुछ सिंधी डिशेस को इन्नोवेट करते हुए लौकी की कोकी और सिंधी कढ़ी बनाई। लौकी की कोकी को घिस कर मसालों के साथ तैयार किया जाता है। कोकी एक तरह का सिंधी पराठा होता है। वहीं सिंधी कढ़ी इमली और बेसन को मिलाकर तैयार की जाती है।

जिसमें खूब सारी सब्जियां काट कर डाली जाती है। इसमें खासकर गोभी, टमाटर, आलू, टिंडे, ग्वारफली और भिंडी डाली जाती है। सिंधी कढ़ी के साथ चावल और लाप्सी या बूंदी के साथ सर्व किया जाता है। इस प्रोग्राम में जो भी सब्जी इस्तेमाल की गई थी वह सभी सब्जियां सुपर मार्केट के बजाय मंडी से खरीदी गई थी।

हर सब्जी का वेस्टेज न करते हुए रूट टू टिप इस्तेमाल किया गया
भारतीय खने में भी अनगिनत वेरायटी है। यहां हर घर में खाने के टेस्ट के साथ रेसीपिज में भी ढेर सारी वेरिएशंस देखने को मिल जाती है। मैंने ये फूड गेट-टू-गेदर इसीलिए रखी की ताकी हमें भी दादी-नानी के सीक्रेट नुस्खे जानने को मिलें। मेरा प्रयास था कि मैं लोकल सब्जियों से ऐसी रेसिपी तैयार करूं जो अक्सर लोगों को पसंद नहीं आती है। इसीलिए सब्जी को ऐसा ट्विस्ट दें कि वह टेस्टी बन जाए। इसमें फूड के साथ बहुत सारे एक्सपेरिमेंट्स किए जा सकते हैं। इसके साथ ही साथ हम चाहते हैं कि फूड का वेस्टेज ना हो। सब्जियों को रूट से टिप तक इस्तेमाल किया जाए।
मुद्रा केसवानी, फूड ब्लॉगर
द सुपर चटोरी