TIO भोपाल
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया(Jyotiraditya Scindia) ने ट्विटर हैंडल पर अपना स्टेटस (Twitter status) बदल लिया है। उन्होंने पूर्व के सरकारी पदों और कांग्रेस का जिक्र हटाकर खुद को समाजसेवी और क्रिकेट प्रेमी बताया है। सिंधिया में अचानक आए इस बदलाव से कांग्रेस में हलचल बढ़ गई है। इसे सिंधिया की लंबे समय से पार्टी से चल रही नाराजगी से जोड़कर देखा जा रहा है, हालांकि खुले तौर पर सिंधिया ने इसे स्वीकार नही किया है। वही सिंधिया की पीएम मोदी से मुलाकात की खबरें भी सामने आ रही है।
इससे पहले सिंधिया ने लोकसभा चुनाव में हार के बाद अपने पद में बदलाव किया था।सिंधिया ने ट्वीटर प्रोफाइल पर कांग्रेस महासचिव, 2002-2019 तक गुना लोकसभा सीट से सांसद और पूर्व केन्द्रीय मंत्री लिखा था।लेकिन अब उन्होंने इसे भी हटाकर खुद को समाज सेवक और क्रिक्रेट प्रेमी लिख दिया है। सिंधिया ने अपनी नई प्रोफाइल में कांग्रेस का कोई जिक्र नहीं किया है।
इसे सिंधिया की लंबे समय से पार्टी से चल रही नाराजगी से जोडकर देखा जा रहा है।विधानसभा चुनाव के बाद से ही पार्टी और सिंधिया में तनातनी चल रही है।वे सीएम बनना चाहते थे, लेकिन पार्टी ने कमलनाथ को यह मौका दे दिया। इसके बाद उन्हें प्रदेशाध्यक्ष बनाने की मांग उठी, इसके लिए समर्थक मंत्रियों और नेताओं ने भी खुलकर इसका समर्थन किया और हाईकमान से मांग की प्रदेश की कमान सिंधिया को सौंपी जाए, इसको लेकर खूब बवाल भी मचा लेकिन पार्टी ने कोई फैसला नही लिया। बीते दिनों उनके बीजेपी में जाने की अटकलें भी जोरों पर रही हालांकि उन्होंने इस बात का खंडन कर दिया।इस घमासान के बीच उनके बेटे महाआर्यमन ने भी सिंधिया का एक वीडियो पोस्ट किया था। जिसके बाद कांग्रेस में उथल-पुथल मच गई थी।इसके बाद सिंधिया को महाराष्ट्र-हरियाण की जिम्मेदारी देकर विवाद को दूसरी दिशा दी गई। लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद फिर मांग उठी तो सिंधिया को झारखंड की जिम्मेदारी सौंप दी गई है। लेकिन अबतक पीसीसी चीफ का फैसला नही हो पाया है।
माना जा रहा है कि इस पूरे घटनाक्रम से नाराज होकर सिंधिया ने ये कदम उठाया है।अचानक हुए इस बदलाव से भोपाल से दिल्ली तक हड़कंप मच गया है।सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म हो चला है।हाल ही में कई बार सिंधिया अपनी ही सरकार का घेराव करते हुए भी नजर आए थे। उन्होंने सीएम को कई मुद्दों के लेकर पत्र भी लिखा था, जिसने चर्चाओं के बाजार को गर्म कर दिया था। हैरानी की बात ये है कि अभी तक इस पूरे घटनाक्रम पर कांग्रेस के किसी भी नेता की प्रतिक्रिया सामने नही आई है। अब सियासी महकमे में इसको लेकर कई कयास लगाए जा रहे हैं। लोग अब इसके मायने निकालने लगे हैं।