इंदौर। वरिष्ठ पत्रकार कल्पेश याग्निक की मौत हो गई। वे 55 वर्ष के थे। कल्पेश याग्निक को सरोकारी पत्रकारिता के लिए जाना जाता था। विख्यात पत्रकार होने के साथ-साथ वे प्रखर वक्ता भी थे। उन्हें दिल का दौरा पड़ने के बाद इंदौर के बॉम्बे हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था।
Senior journalist Kalpesh Yagnik dies in Indore due to heart attack
कल्पेश याग्निक को गुरुवार रात करीब साढ़े दस बजे आॅफिस में काम करते वक्त ही अचानक दिल का दौरा पड़ा था। जिसके बाद उन्हें बॉम्बे अस्पताल ले जाया गया। करीब साढ़े तीन घंटे तक इलाज चलने के बावजूद उनकी हालत में सुधार नहीं आया। इलाज के दौरान ही उन्हें दूसरा दिल का दौरा भी पड़ गया। रात करीब दो बजे डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
शुक्रवार को इंदौर के तिलक नगर मुक्तिधाम में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। याग्निक का जन्म 21 जून 1963 को हुआ था। उन्हें अपने बेबाक और निष्पक्ष लेखन के लिए जाना जाता था। फिलहाल वे दैनिक भास्कर समूह से संपादक के रूप में जुड़े हुए थे। भास्कर में हर शनिवार छपने वाला उनका कॉलम ‘असंभव के विरुद्ध’ खासा चर्चित था।