TIO शशी कुमार केसवानी
लॉकडाउन के बीच मंगलवार को शिवराज सिंह चौहान अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर रहे हैं। राज्यपाल लालजी टंडन ने मंत्रियों को शपथ दिला रहे हैं। फिलहाल मंत्रिमंडल का स्वरूप छोटा रखा गया है। लॉकडाउन हटने के बाद अगले महीने मंत्रिमंडल विस्तार की संभावना जताई जा रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंत्रिमंडल का मंगलवार को गठन हो गया। भाजपा खेमे से तीन और ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे से दो मंत्रियों ने शपथ ली। भाजपा से वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा, मीना सिंह और कमल पटेल मंत्री बने, जबकि सिंधिया ने तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत को मंत्री पद की शपथ ली। नाम तय होते समय गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह और बिसाहूलाल सिंह के नाम पर भी बात हुई, लेकिन छोटा मंत्रिमंडल होने की वजह से अंतत: इन्हें होल्ड पर डाल दिया गया है। भूपेंद्र सिंह सोमवार की सुबह भोपाल आ गए थे, लेकिन देर शाम सागर रवाना हो गए।
हमारे सूत्रों के अनुसार राजभवन से सीधे मंत्री मंत्रालय चले गए जहां कोरोना को लेकर एक मीटिंग रखी गई है। फिलहाल कोई भी विभाग किसी को नहीं दिया जाएगा। पार्टी के अंदर बहुत बवाल मचा हुआ है। उसको संतुलन करने के लिए अभी किसी को विभाग नहीं दिए जाएंगे। अभी मंत्रियों को दो-दो संभाग देखेंगे ताकि कोरोना पर काबू पा सकेंगे। मंत्रिमंडल में जातिगत समीकरण भी बैठाए गए है। जिसमें सवर्णों, ओबोसी, व महिला को भी जगह दी गई है। अब पार्टी की कोशिश है कि 3 मई तक तो सारे विवादों को टाला जा सके उसके बाद एक बड़े मंत्रिमंडल का विस्तार किया जा सके। हारे हुए विधायक उम्मीदवारों ने अपनी नाराजगी पार्टी को जता दी है। हालांकि कमल पटेल भी पार्टी में विवादों में रहे है। पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट के पिछले कार्यकाल में भी आपत्ति उठाई गई। अब देखना यह है कि मुख्यमंत्री अपना समन्वय कैसे बैठा सकते है।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्ढा से मंजूरी मिलने के बाद सोमवार देर शाम एक बार फिर नामों पर विचार हुआ। साथ ही फोन पर प्रदेश के नेताओं और मुख्यमंत्री के बीच चर्चा हुई। इसके बाद मुख्यमंत्री के मंगलवार के तमाम कार्यक्रम निरस्त किए। राजभवन को सूचना दी गई कि दोपहर 12 बजे साधारण रूप से शपथ होगी। कमल पटेल को मंत्री बनाए जाने के पीछे कहा जा रहा है कि कांग्रेस सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे सिलावट ने भाजपा में आने के बाद इस विभाग के प्रति अनिच्छा जाहिर की।
कई वरिष्ठ विधायकों को होल्ड पर डाला
पहले चरण में भाजपा ने कई वरिष्ठ विधायकों गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह, गौरीशंकर बिसेन, विजय शाह, यशोधरा राजे सिंधिया, राजेंद्र शुक्ला और रामपाल सिंह के साथ कांग्रेस से भाजपा में आए बिसाहूलाल सिंह, महेंद्र सिंह सिसोदिया और प्रभुराम चौधरी को फिलहाल प्रतीक्षा में डाल दिया है। इनमें से कुछ नामों पर विचार भी किया गया था और पूर्व में चर्चा थी सिंधिया के दबाव में मंत्रिमंडल 10 से 12 का हो सकता है, लेकिन केंद्रीय नेतृत्व ने संख्या सीमित कर दी।
हर वर्ग को साधने की कोशिश
मुख्यमंत्री चौहान की शपथ के 29 दिन बाद उनके मंत्रियों को शपथ दिलाई जा रही है। फिलहाल पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों में सिलावट और राजपूत को ही शामिल करने का निर्णय किया गया है। भाजपा हाईकमान की हरी झंडी के बाद पांच मंत्रियों को शपथ दिलाने का निर्णय हुआ है इसमें जातीय समीकरण को साधने का प्रयास भी किया गया है। महिला और आदिवासी वर्ग का प्रतिनिधित्व मीना सिंह, ओबीसी वर्ग से कमल पटेल, अनुसूचित जाति वर्ग से सिलावट और सामान्य वर्ग से डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा और गोविंद सिंह राजपूत को प्रतिनिधित्व दिया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि कमलनाथ मंत्रिमंडल में सिलावट के पास स्वास्थ्य और राजपूत के पास परिवहन विभाग की कमान थी।