घाटी में जारी रहेगा सीजफायर, दो हत्याओं के बाद भी सरकार पर नहीं हुआ असर

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श्रीनगर। रमजान सीजफायर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री राजनाथ सिंह के बीच शुक्रवार को अहम बैठक हुई है। जम्मू और कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ आॅपरेशन को आगे भी स्थगित रखा जाए या नहीं, इसके तमाम पहलुओं पर बात हुई है। फिलहाल संकेत मिल रहे हैं कि वरिष्ठ पत्रकार शुजात बुखारी और सेना के जवान औरंगजेब की हत्या का सरकार के फैसले पर कोई बड़ा असर नहीं होगा।
Siegefire will continue in the valley, even after two killings
सूत्रों का कहना है कि इन दो हत्याओं और आतंकी हिंसा में बढ़ोतरी से माहौल निश्चित रूप से खराब हुआ है। हालांकि आॅपरेशन को आगे भी स्थगित रखने का फैसला कई पहलुओं पर विचार करने के बाद लिया जाएगा, जिसमें अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा का मुद्दा भी शामिल है।

बीजेपी का सख्त रुख
हिंसा में बढ़ोतरी से ऐसा लगता है कि बीजेपी के भीतर उन लोगों का रुख और भी सख्त हो गया है जो ईद के बाद आॅपरेशन फिर से शुरू करने का लगातार दबाव बना रहे हैं। जम्मू और कश्मीर के उपमुख्यमंत्री कविंद्र गुप्ता के बयान में भी यह साफ झलकता है, जिन्होंने कहा कि त्योहार के साथ ही आॅपरेशन को स्थगित रखने का आदेश भी खत्म हो जाएगा।

लोकसभा चुनावों पर असर डालेगी सीजफायर हिंसा
कविंद्र ने आगे कहा, ‘कुछ पाकिस्तान समर्थक तत्व नहीं चाहते कि राज्य में शांति बहाल हो इसलिए वे हिंसा के जरिए माहौल को खराब करने की हमेशा कोशिश करते रहते हैं।’ वैसे उपमुख्यमंत्री का यह बयान बीजेपी के सख्त रुख को दिखाता है लेकिन पार्टी के लिए अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा चिंता का एक बड़ा विषय है।

यात्रियों की सुरक्षा केंद्र के लिए अहम
केंद्र नहीं चाहता कि आतंकियों को अमरनाथ यात्रियों को निशाना बनाने का कोई मौका दिया जाए। पाकिस्तान एक तरफ सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है, ऐसे में अगर निहत्थे शिव भक्तों पर किसी तरह का हमला हुआ तो यह सरकार के लिए आगामी विधानसभा और 2019 के लोकसभा चुनावों के लिए बड़ी चुनौती बन सकता है।

आपको बता दें कि रमजान के दौरान आॅपरेशन स्थगित रहने से घाटी में हिंसा के मामले बढ़े हैं। आतंकियों ने इस दौरान करीब 50 लोगों की हत्या कर दी। आतंकी हमलों के अलावा, पत्थरबाजी की घटनाएं भी बढ़ी हैं जिसमें बड़ी संख्या में लोग और सुरक्षाकर्मी घायल हुए हैं। इस दौरान ईद पर बीजेपी-पीडीपी सरकार ने राज्य की जेलों से 115 कैदियों को रिहा करने का आदेश भी दिया है।