जगनमोहन रेड्डी ने कांग्रेस के साथ आने के दिए संकेत

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विजयवाड़ा। वाईएसआर कांग्रेस के मुखिया वाईएस जगनमोहन रेड्डी ने कहा कि उन्होंने अब तक के लिए अपने साथ किए बर्ताव के लिए कांग्रेस को माफ कर दिया है। आगे उन्होंने इस बात के संकेत दिए हैं कि यदि पार्टी आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने के लिए राजी होती है तो उन्हें उसके साथ हाथ मिलाने में कोई दिक्कत नहीं है।

एक टीवी चैनल से जगन ने कहा, ‘मुझे किसी से कोई शिकायत नहीं है। मैं बदला लेने में विश्वास नहीं रखता हूं। मैंने दिल से उन्हें माफ कर दिया है। जहां तक मेरी बात है राज्य मेरी पहली प्राथमिकता है। विशेष राज्य का दर्जा मेरी पहली प्राथमिकता है।’ जगन ने महागठबंधन से दूरी बनाकर रखी और भाजपा पर भी हमला करने से बचे।

चंद्रबाबू नायडू की तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) ने जगन पर आरोप लगाया है कि वह भाजपा का समर्थन कर रहे हैं। कांग्रेस पर उनका दिया हालिया बयान इस बात का संकेत है कि वह नए राजनीतिक समीकरण बनाना चाहते हैं। उनकी टिप्पणी काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि आंध्र प्रदेश में कांग्रेस ने टीडीपी के साथ अघोषित गठबंधन किया हुआ है। पिछले साल तेलंगाना में विधानसभा चुनाव भी कांग्रेस ने टीडीपी के साथ मिलकर लड़ा था।

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और टीडीपी के मुखिया नायडू ने विशेष राज्य का दर्जा न दिए जाने के कारण पिछले साल एनडीए का साथ छोड़ दिया था। वह इस समय कांग्रेस के साथ खड़े हैं क्योंकि पार्टी ने राज्य को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने का वादा किया है। जगन ने 2009 में कांग्रेस से नाता तोड़कर अपनी अलग पार्टी बनाई थी।

दरअसल 2009 में हेलिकॉप्टर दुर्घटना में जगनमोहन रेड्डी के पिता और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी की मौत हो गई थी। हाईकमान द्वारा उन्हें राज्य का मुख्यमंत्री न बनाए जाने के कारण उन्होंने कांग्रेस से किनारा कर लिया था। 2011 में उन्होंने विधानसभा चुनाव लड़ा और अपने दम पर मुख्यमंत्री बनने की कोशिश की लेकिन वह इसमें असफल रहे।

जगन के बयान पर कांग्रेस ने टिप्पणी की है। आंध्र कांग्रेस का कहना है, ‘उन्होंने अपना मन बदल लिया क्योंकि राहुल गांधी ने राज्य को विशेष राज्य का दर्जा देने का वादा किया है। यदि जगन इसे लेकर प्रतिबद्ध हैं तो कांग्रेस में वापसी करने के लिए अभी ज्यादा देर नहीं हुई है।’