कोलकाता। सोमनाथ चटर्जी के निधन पर शोक प्रकट करने पहुंचे माकर्सवादी कम्युनिष्ट पार्टी (सीपीएम) के दिग्गज नेताओं को सोमवार को उस समय झटका लगा जब परिजनों ने उन्हें घर से बाहर का रास्ता दिखाया। बता दें कि सोमवार को सोमनाथ चटर्जी के निधन की खबर सुनकर सीपीएम नेता बिमान बोस और प्रदेश सचिव सूर्यकांत मिश्र समेत कई दिग्गज साउथ कोलकाता स्थित उनके घर पहुंचे। यहां सीपीएम नेताओं को देखकर परिवार के लोगों ने अपना आपा खो दिया। सोमनाथ चटर्जी के बेटे ने इस दौरान नेताओं को घर में प्रवेश करने से रोक दिया।
Somnath’s family gave a blow to the CPM veterans, the way out of the house showed
हाईकोर्ट में वकील और दिवंगत नेता के पुत्र प्रताप चटर्जी ने घर के अंदर से ही कहा, ‘उन्हें (बिमान बोस को) तुरंत बाहर का रास्ता दिखा दो। वह उन लोगों में से थे, जिन्होंने मेरे पिता को पार्टी से निकाला था।’ बिमल बोस से चंद मिनटों पहले सांसद मोहम्मद सलीम को भी शर्मिंदगी झेलनी पड़ी थी। इस दौरान प्रताप ने सलीम के पास आकर कहा, ‘क्या मैं आपसे कमरा खाली करने के लिए कह सकता हूं?’
हालांकि बिमान बोस कड़वाहट जारी नहीं रखना चाहते। सोमनाथ चटर्जी के बेटे के व्यवहार पर घर से निकलते हुए उन्होंने बताया, ‘मैंने अंदर से कुछ आवाज सुनी थी। यह काफी तेज स्वर था। लेकिन मैं यह समझ नहीं सका कि यह सब क्या था?’ सोमनाथ चटर्जी की बेटी ने अुनशिला ने कहा, ‘मैं नहीं चाहती हूं कि बाबा का शरीर सीपीएम हेडक्वॉर्टर में ले जाया जाए या फिर उनके शरीर को लाल झंडे से लपेटा जाए। हमें ऐसा क्यों करना चाहिए? क्या वह पार्टी के सदस्य थे?’
उन्होंने कहा कि उनकी मां भी यह नहीं चाहती हैं कि चटर्जी का शरीर अलीमुद्दीन स्ट्रीट स्थित सीपीएम कार्यालय जाए। अनुशिला ने इस दौरान याद किया कि उनके पिता को पार्टी से कितना लगाव था। सोमनाथ चटर्जी के परिजनों के गुस्से की एक वजह सीपीएम पोलित ब्यूरो की तरफ से उनके निधन पर जारी किया गया बयान भी माना जा रहा है। इस बयान में उन्हें पार्टी का पूर्व नेता कहने के बजाए पूर्व लोकसभा अध्यक्ष और 10 बार के लोकसभा सांसद के रूप में संबोधित किया गया था।