नई दिल्ली
श्रीलंका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति गौतबाया राजपक्षे तीन दिवसीय भारत दौरे पर हैं। शुक्रवार को राष्ट्रपति भवन में उनका औपचारिक स्वागत किया गया। गौतबाया ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। वे आज हैदराबाद हाउस में मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। इस दौरान दोनों नेता आपसी सहयोग और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर बल देंगे। तमिल समुदाय, हिंद महासागर की स्थिति समेत कई मुद्दों पर चर्चा हो सकती है। इससे पहले गौतबाया ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की। राष्ट्रपति बनने के बाद गौतबाया की यह पहली विदेश यात्रा है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के आमंत्रण पर श्रीलंका के राष्ट्रपति का दौरा, इससे दोनों देशों के संबंधों को गति मिलेगी। गौतबाया के कार्यभार ग्रहण करने के बाद पिछले हफ्ते विदेश मंत्री एस जयशंकर उनसे मिलने वाले पहले विदेशी नेता थे। इसी महीने हुए राष्ट्रपति चुनाव में गौतबाया ने जीत हासिल की थी। उन्होंने 18 सितंबर को शपथ ली थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें जीत की बधाई और भारत आने का न्यौता दिया था।
दिल्ली में एमडीएमके नेता वाइको और समर्थकों का प्रदर्शन
- गौतबाया की यात्रा के विरोध में मारूमलार्ची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एमडीएमके) के नेता वाइको ने गुरुवार को दिल्ली में समर्थकों के साथ प्रदर्शन किया। इसके बाद पुलिस प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर पार्लियामेंट स्ट्रीट पुलिस स्टेशन ले गई।
- माना जाता है कि गौतबाया चीन के समर्थक हैं। हालांकि, उन्होंने पिछले दिनों कहा था कि चीन को हम्बनटोटा बंदरगाह को 99 साल के लीज पर दिया जाना पूर्ववर्ती सरकार की गलती थी। इस समझौते पर फिर से बातचीत चल रही है।