श्री सत्य सांई यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने बच्चों के भविष्य के साथ तो खिलवाड़ कर रहा

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TIO BHOPAL

सीहोर के श्री सत्य सांई यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने बच्चों के भविष्य के साथ तो खिलवाड़ कर रहा ही है। लेकिन यूनिवर्सिटी प्रबंधन की मनमानी से आसपास के कई गांवों के किसानों की फसलें भी खराब हो रही है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि यूनिवर्सिटी ने अब्दुल्लापुरा नाला के कैचमेंट एरिया में भी निर्माण कार्य करवा डाला। इसके कारण अब्दुल्लापुरा नाले की दिशा भी बदल गई। नाले पर निर्माण कार्य होने से बारिश के दिनों में आने वाला दर्जनों गांवों का पानी नहीं निकल पाता और इसके चलते यहां के किसानों की फसलें खराब हो रही है।

श्री सत्य सांई यूनिवर्सिटी अपनी कार्यप्रणाली को लेकर हमेशा चर्चाओं में रहती है। पिछले दिनों जहां यूनिवर्सिटी में बीएससी नर्सिंग के छात्र-छात्राओें नें हंगामा करके यूनिवर्सिटी प्रबंधन पर आरोप लगाया था कि इन्होंने फर्जी आईएनसी की मान्यता दिखाकर उनका एडमिशन कर लिया और अब उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। मामला प्रकाश में आने के बाद यूनिवर्सिटी प्रबंधन द्वारा एक पत्र जारी करके सफाई दी गई थी, लेकिन इस पत्र में भी प्रबंधन ने यह स्वीकारा था कि उनके पास आईएनसी की मान्यता नहीं है। अब यूनिवर्सिटी प्रबंधन की यह करतूत भी सामने आई हैै कि उन्होंने अब्दुल्लापुरा नाले पर अतिक्रमण करके यहां पर निर्माण कार्य भी करवा डाला है। ऐसे में जमोनिया तालाब कैसे भरेगा।

इन गांवों के किसान हैं परेशान

अब्दुल्लापुरा नाले से पीलिया, शेरपुरा, तकीपुरा, लसुड़िया, पचामा सहित दर्जनभर गांवों का पानी निकलता है। इन गांवों में बारिश के पानी की निकासी के लिए एकमात्र अब्दुल्लापुरा नाला ही है, लेकिन पिछले दिनों हुई मूसलाधार बारिश में नाले पर निर्माण कार्य करवाने के चलते बारिश का पानी नालें से कम निकला औैर किसानों के खेतों में भरा गया। दरअसल श्री सत्य सांई यूनिवर्सिटी प्रबंधन द्वारा अब्दुल्लापुरा नाला के कैचमेंट एरिया में भी निर्माण कार्य करवाया गया है। इसके कारण नाले की दिशा भी बदल गई है।

एसडीएम अमन मिश्रा ने बताया कि श्री सत्य सांई यूनिवर्सिटी द्वारा यदि अब्दुल्लापुरा नाला पर अतिक्रमण करके निर्माण कार्य कराया गया है तो इसकी जांच कराएंगे औैर कार्रवाई भी करेंगे।