भोपाल। कर्नाटक में बीजेपी को सरकार बनाने का न्योता मिलने के बाद से कांग्रेस इस मुद्दे पर आक्रामक मुद्रा में हैं। मध्यप्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष ने भी कर्नाटक राज्यपाल के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा है कि लाल किला, चुनाव आयोग, न्यायपालिका के बाद अब राजभवन, अभी तो बाजार लगना शुरू हुआ है। पटवारी ने अपने ट्विटर हैंडल से किये गए ट्वीट में लिखा कि कर्नाटक में 104 विधायकों वाली भाजपा सरकार बनाएगी और 116 विधायकों वाला कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन विपक्ष में बैठेगा।
State Congress questioned on Karnataka swearing, sworn in by the appointed governor’s constitution or Modi-Shah
इसके साथ ही पटवारी ने अमित शाह और कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला पर भी निशाना साधा। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि कर्नाटक के राज्यपाल ने मोदी के एहसान चुकाने के लिये संविधान की किताब के पन्ने फाड़े और उस पर अमित शाह की चरित्रावली चिपका दी।
एक अन्य ट्वीट में पटवारी ने लिखा कि कर्नाटक के राज्यपाल वजूभाई वाला जी ने एक बार मोदी जी के लिये अपनी विधानसभा सीट छोड़ी थी, और आज फिर मोदी के लिये पद की गरिमा, संविधान की मयार्दा और लोकतंत्र की नैतिकता छोड़ रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने सवाल पूछा है कि भाजपा द्वारा नियुक्त राज्यपाल संविधान की शपथ लेते हैं या मोदी और अमित शाह की कसम खाकर?
गौरतलब है कि कर्नाटक चुनाव में किसी भी दल को पूर्ण बहुमत न मिलने के बाद राज्यपाल ने वहां सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी को सरकार बनाने का न्योता दिया है जबकि कांग्रेस का दावा है कि जेडीएस के साथ हुए उसके गठबंधन को बहुमत हासिल है इसके बावजूद राज्यपाल बीजेपी को सरकार बनाने का न्योता दे रहे हैं।