जबलपुर। बीजेपी के दिग्गज नेता एवं सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने सोनिया गांधी को वेटर बताया है। देवर्षि नारद पत्रकारिता पुरस्कार सम्मान समारोह में आये स्वामी ने कहा कि सोनिया गांधी अपनी डिग्री कैम्ब्रिज की बताती हैं, लेकिन कैम्ब्रिज के लोगों का कहना है कि वे कैम्ब्रिज के एक रेस्टोरेंट में वेटर थीं। सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि जब मैं कैम्ब्रिज में लेक्चर देने गया था, तो वहां के लोगों से पूछा था कि सोनिया गांधी यहां की कैसी स्टूडेंट थी, तो वहां के लोगों ने बोला कि सोनिया गांधी तो यहां पढ़ी ही नहीं है। कैम्ब्रिज के लोगों ने बताया कि, सोनिया गांधी तो एक रेस्टोरेंट में वेटर थीं।
Subramaniam Swamy’s irresponsible statement, said Sonia used to work in the Cambridge
स्वामी का कहना है कि इस संबंध में वे कैंब्रिज से एक चिट्ठी भी लिखवाकर लाए थे जिसे उन्होंने लोकसभा स्पीकर को दिखाया था। स्वामी ने बताया कि जब लोकसभा स्पीकर ने इस संबंध में सोनिया गांधी से पूछा तो उन्होंने कहा कि ये टाइपिंग मिस्टेक है। स्वामी का कहना है कि उन्होंने उस वक्त इस बात के जवाब में लोकसभा में कहा था कि इस टाइपिंग मिस्टेक को तो गिनीज बुक में देना चाहिए। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी टाइपिंग मिस्टेक कैसे हो सकती है।
‘नेहरू को 1953 में दिया गया भारत रत्न पुरस्कार’
सुब्रमण्यम ने आगे कहा कि, देश में कांग्रेस की सरकार रहते जवाहर लाल नेहरू को 1953 में भारत रत्न पुरस्कार दिया गया, लेकिन भारत के संविधान निमार्ता डॉ. अंबेडकर को कांग्रेस ने भारत रत्न पुरस्कार नहीं दिया था। सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि, बाबा साहब अंबेडकर को पंडित कहा जा सकता है, लेकिन पंडित नेहरू को जवाहरलाल से ज्यादा कुछ भी नहीं कहा जा सकता। अंबेडकर ने वर्ष 1915 में अमेरिका के कोलंबिया विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में पीएचडी की, इसके बाद वे लंदन गए। वहां से उन्होंने डॉक्टर आॅफ साइंस में लंदन स्कूल आॅफ इकोनॉमिक्स में दूसरी पीएचडी की और वकालत में भी डिग्री हासिल की।
‘अंबेडकर, सरदार पटेल को नहीं मिला भारत रत्न’
उन्होंने कहा कि भारत में आने के बाद डॉ. अंबेडकर ने देश का संविधान तैयार किया, पंडित तो डॉ. अंबेडकर थे, जिन्होंने इतने विषयों में डिग्री हासिल की, लेकिन देश में कुछ लोग उन्हें आज भी भीमराव कहते हैं। जवाहर लाल नेहरू कैम्ब्रिज गए, परीक्षा में फेल हो गए। नेहरू परिवार में आज तक किसी ने कॉलेज की परीक्षा पास नहीं की है। डॉ. अंबेडकर को कांग्रेस सरकार ने भारत रत्न नहीं दिया, यहां तक की सरदार पटेल को भी भारत रत्न नहीं दिया।