रंजना बघेल और धार से सांसद छतर सिंह दरबार के समर्थक आपस में भिड़ गए

0
453

TIO BHOPAL

मध्य प्रदेश में भाजपा के दो सीनियर नेता एक बार फिर आमने-सामने आ गए हैं। भाजपा की सीनियर नेता एवं पूर्व महिला बाल विकास मंत्री रंजना बघेल और धार से सांसद छतर सिंह दरबार के समर्थक आपस में भिड़ गए। मामला 25 जून को मीसाबंदियों के सम्मान कार्यक्रम के समय का है। दो दिन बाद इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इसमें सांसद के समर्थक नारायण सोनी और रंजना बघेल के बीच तू-तू-मैं-मैं होती दिखाई दे रही हैं।

हुआ यह कि धार के मनावर में मीसा बंदी छगन लाल सिसौदिया का सम्मान करने के लिए सांसद छतर सिंह दरबार और पूर्व मंत्री रंजन बघेल पहुंचे थे। इस दौरान सांसद समर्थक मंडल अध्यक्ष नारायण सोनी ने बघेल से पहले बाकानेर ग्रामीण मंडल अध्यक्ष सुरमा माैर्य को आगे बुला लिया। इस पर बघेल भड़क गईं। उनका कहना था कि जनपद महिला सदस्य से पहले स्वागत करने के लिए शहर मंडल अध्य्क्ष और अन्य पदाधिकारी मौजूद हैं, उन्हें क्यों नहीं बुलाया जा रहा है? यह पक्षपात है।

इस पर नारायण सोनी ने पूर्व मंत्री बघेल से कहा कि आप महिलाओं को आगे नहीं आने देती हो। यदि महिलाओं को तवज्जो नहीं मिलेगी तो पार्टी आगे कैसे बढ़ेगी? यह कहते हुए उन्होंने सुरमा मौर्य को जगह बनाते हुए स्वागत करने के लिए आगे बुला लिया। इसके बाद बघेल का पारा चढ़ गया। उन्होंने कहा कि यह नगर का कार्यक्रम है। ग्रामीण क्षेत्र की पदाधिकारी को क्यों बुलाया गया? उन्होंने कहा कि मंडल अध्यक्ष हैं तो क्या सिर पर बैठेगी? यह कहते हुए बघेल कार्यक्रम छोड़ कर चली गई। खास बात यह है कि जब मंडल अध्यक्ष और पूर्व मंत्री के बीच बहस हो रही थी, सांसद छतर सिंह दरबार कुछ नहीं बोले।

पहले भी हो चुकी है दोनों के बीच जुबानी भिड़ंत
दोनों नेताओं के बीच दुश्मनी नई नहीं है और दोनों एक-दूसरे पर पहले भी तरह-तरह के आरोप लगाते रहे हैं। इससे पहले एक मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में दोनों के बीच पहले जुबानी भिड़ंत हो चुकी है। सांसद छतर सिंह दरबार पूर्व मंत्री रंजना बघेल पर एक अन्य महिला नेता को अपमानित करने का आरोप लगा चुके हैं। दरबार ने बघेल पर पार्टी-विरोधी गतिविधियों के साथ मंदिर के खिलाफ अपमानजनक शब्दों के उपयोग का भी आरोप लगाया था। बघेल धार संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत मनावर से विधायक रह चुकी हैं, लेकिन पिछली बार चुनाव हार गई थीं।