नई दिल्ली/मुंबई। पिछले साल दिसंबर में एयरटेल के पोस्ट-पेड सब्सक्राइबर्स को ऐमजॉन प्राइम की एक साल की मेंबरशिप फ्री में दी गई। फिर इस साल जुलाई में वोडाफोन के 18 से 24 साल के प्रीपेड यूजर्स को 499 की आधी सालाना फीस पर 12 महीने की ऐमजॉन प्राइम सर्विस आॅफर की गई। बाजार के जानकारों और कंपनी के एग्जिक्युटिव्स के मुताबिक इन कदमों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जियो इन्फोकॉम के ई-कॉमर्स, डीटीएच और दूसरी डिजिटल सर्विसेज के आॅफर्स की चुनौती से निपटने के लिए टेलिकॉम कंपनियों और ई-कॉमर्स दिग्गजों में ऐसे और करार हो सकते हैं।
Telecom and e-commerce companies can join hands to respond to Geo
एक दिग्गज टेलिकॉम कंपनी के सीनियर एग्जिक्युटिव ने पहचान जाहिर नहीं किए जाने की शर्त पर कहा कि जियो का सामना करने के लिए उन्हें ई-कॉमर्स और हैंडसेट मेकर्स के साथ पार्टनरशिप कर ऐसे ज्यादा से ज्यादा आॅफर लाने होंगे। एयरटेल के एक सीनियर एग्जिक्युटिव ने भी पहचान छिपाए रखने की शर्त पर कहा कि उनकी कंपनी मौजूदा क्षेत्रों में नए मौकों का फायदा उठाने के लिए ई-कॉमर्स कंपनियों के साथ पार्टनरशिप बढ़ाने की संभावनाएं तलाश रही है।
इसी महीने रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने ‘हाइब्रिड आॅनलाइन टू आॅफलाइन’ वेंचर के लिए अपनी टेलिकॉम सर्विस जियो इंफोकॉम और रिलायंस रिटेल चेन का फायदा उठाने का ऐलान किया था। कंपनी इस योजना से फ्लिपकार्ट और ऐमजॉन जैसी दिग्गज ई-कॉमर्स फर्म्स को टक्कर देती नजर आएगी। एक्सपर्ट्स के मुताबिक ई-कॉमर्स, डीटीएच आॅपरेटर्स और दूसरे डिजिटल सर्विस प्रोवाइडर्स को आक्रामक तरीके से चुनौती देने की जियो की महत्वाकांक्षी योजनाओं को देखते हुए मौजूदा ई-कॉमर्स और टेलिकॉम कंपनियों के ऐसे ज्वाइंट मार्केटिंग इनिशिएटिव्स जरूरी हो गए हैं।
डेलॉयट इंडिया के टेक्नॉलजी, मीडिया एंड टेलिकॉम्युनिकेशंस पार्टनर हेमंत जोशी ने कहा, ‘टेलिकॉम कंपनियों के पास दूर-दराज इलाकों तक पहुंच है, लेकिन उससे पैसा बनाने के लिए उन्हें सब्सक्राइबर्स को ज्यादा और बेहतर सर्विस देनी होगी। इसलिए आने वाले समय में ई-कॉमर्स कंपनियों और दूसरी कंपनियों के बीच टैरिफ, डिवाइस या कॉन्टेंट को लेकर कई करार होंगे।’ इस खबर के लिए कमेंट के वास्ते एयरटेल और वोडाफोन को ईमेल भेजे गए थे, लेकिन खबर लिखे जाने तक उनका जवाब नहीं मिल पाया था।