सीजन में अब तक की सबसे ज्यादा बारिश, रायसेन का भोपाल से सड़क संपर्क टूट गया

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TIO भाेपाल

जबलपुर से 75 किमी दूर बना मानसूनी सिस्टम गुरुवार रात जब सागर-दमाेह की अाेर अाया ताे भाेपाल में इसने झमाझम बारिश कराई। इससे पहले इसी सिस्टम ने गुरुवार सुबह से शाम तक जबलपुर, अशाेकनगर, गुना समेत प्रदेश के ज्यादातर शहराें काे तर कर दिया। 30 शहराें में भारी बारिश हुई।

वरिष्ठ माैसम वैज्ञानिक एके शुक्ला ने बताया कि भाेपाल में सुबह 8:30 बजे से रात 11.30 बजे तक 30.2 मिमी (करीब 1.25 इंच) पानी बरसा। राजधानी में रात में करीब 3 घंटे तेज बारिश हुई। अगस्त के अभी 21 दिन बाकी हैं, लेकिन इस सीजन में अब तक भोपाल में 910 मिमी से ज्यादा बारिश हाे चुकी है। तीन साल बाद बारिश का आंकड़ा यहां तक पहुंचा है। 2017 में सीजन में 781.0 अाैर 2018 में 806.5 मिमी बारिश हुई थी। 2016 में अब तक के काेटे से ज्यादा 1464.1 मिमी पानी बरसा था। इधर, प्रदेश के मालवा-निमाड़, महाकाैशल, विंध्य, ग्वालियर-चंबल समेत भाेपाल संभाग के शहराें में जमकर पानी बरसा। बीते 24 घंटे में अशाेकनगर में सवा सात इंच अाैर जबलपुर में सवा चार एवं गुना में साढ़े चार इंच बारिश दर्ज की गई।

बुरहानपुर में ताप्ती खतरे के निशान से 5 फीट ऊपर बह रही

24 घंटे में बुरहानपुर जिले में चार इंच से ज्यादा बारिश होने से ताप्ती नदी खतरे के निशान से पांच फीट ऊपर पहुंच गई। इससे जैनाबाद का नया पुल और नेपानगर क्षेत्र में रहमानपुरा डैम के बैक वाटर पर बना नावरा का पुल डूब गया। 80 गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया। मंदसौर में गांधी सागर डैम का जल स्तर एक दिन में ही 6 फीट बढ़कर 1276 फीट हो गया। इसके अलावा नीमच में एक इंच, रतलाम में सवा इंच बारिश से ज्यादातर नदी-नाले उफन गए।

पिछले कुछ दिनों से मध्य प्रदेश में आफत की बारिश बरस रही है। मूसलाधार बारिश के चलते मध्य प्रदेश के ज्यादातर जिलों में नदी-नाले उफान पर हैं। कई स्थानों पर तो मुख्य नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इससे आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। लगातार हो रही बारिश के चलते रायसेन में भी हालात खराब हो गए हैं। यहां कई इलाकों में लोगों के घरों में पानी घुस गया है।

रायसेन मुख्यालय सहित जिले भर में हुई मूसलाधार बारिश से हर तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है। रायसेन का भोपाल से सड़क संपर्क टूट गया है। यहां रीछन नदी के उफान पर आ जाने से दरगाह रपटा चढ़ गया है। वहीं भोपाल-रायसेन बायपास की एक पुलिया धसक जाने की वजह से पूरी तरह रायसेन का भोपाल से सड़क संपर्क टूटा हुआ है। इसके अलावा पगनेश्वर गांव में बेतवा नदी के उफान आ जाने की वजह से रायसेन का विदिशा से भी सड़क संपर्क टूट गया है।

देवास में भारी बारिश

जिले में लगातार बारिश का दौर जारी है। गुरुवार रातभर बारिश होती रही। बारिश से अंचल के नदी-नाले उफान पर है। एबी रोड के ग्राम टोंककलां में फोरलेन निर्माण कार्य के चलते पानी की निकासी नहीं होने से गांव में जलजमाव की स्थिति बनी। उधर, शिप्रा नदी उफान पर आने से गुरुवार रात पौने एक बजे शिप्रा डेम के दो गेट तीन-तीन मीटर खोले गए। जिले में अब तक औसत 24 इंच बारिश हो चुकी है। पिछले साल अब तक 16 इंच बारिश हुई थी।