नई दिल्ली। भारतीय आसमान में धीरे-धीरे महिलाओं की मौजूदगी बढ़ रही है। विभिन्न एयरलाइंस के सिर्फ कॉकपिट में ही नहीं, बल्कि एयरलाइन के मौजूदा प्रमोटर्स से आॅपरेशन संभालने की जिम्मेदारी को लेने के लिए भी महिलाएं तैयार हो रही हैं। स्पाइसजेट के चेयरमैन अजय सिंह की बेटी अवनि सिंह को अपने पिता के पदचिन्हों पर चलने के लिए ट्रेनिंग दी जा रही है।
The presence of women growing up on the Indian skies, SpiceJet Chairman’s daughter becomes pilot training
अवनि फिलहाल स्टैनफर्ड यूनिवर्सिटी से मास्टर्स कर रही हैं और अमेरिका में ही पायलट बनने की ट्रेनिंग भी ले रही हैं। वह पिछले 6 महीनों से एविएशन सेक्रटरी के साथ होने वाली हर महीने होने वाली मीटिंग में भी शामिल हो रही हैं और कमर्शल ऐंड आॅपरेशंस डिपार्टमेंट्स के हेड्स के अंदर ट्रेनिंग भी ले रही हैं।
अजय सिंह से संपर्क किए जाने पर उन्होंने कहा कि अवनि को सभी रैंक के अनुभवों से सीखना होगा। सिंह ने ईटी को बताया, ‘अगर अवनि स्पाइसजेट को जॉइन करती हैं तो उन्हें बिजनस को जमीन से सीखना होगा। एविएशन बिजनस काफी मजेदार है और इसमें काफी संभावनाएं है, लेकिन इसके लिए स्पेशल स्किल और इस सेक्टर से जुड़ी बहुत से चीजों की जानकारी चाहिए।’
एविएशन इंडस्ट्री में अवनि पहला नाम नहीं हैं, जिन्हें भविष्य के लिए तैयार किया जा रहा है। जेट एयरवेज के चेयरमैन नरेश गोयल 2016 से ही अपने बेटे निवान गोयल को इसके लिए तैयार कर रहे हैं। नरेश गोयल को 2016 में इंटरनैशनल एयर ट्रांसपोर्ट असोसिएशन की सालाना जनरल मीटिंग के दौरान अपने बेटे को दूसरे लोगों से परिचय कराते हुए देखा गया था। इस साल जुलाई से स्पाइसजेट में इंटर्नशिप कर रहीं अवनि ने स्टैनफर्ड यूनिवर्सिटी से बैचलर डिग्री ली है और फिलहाल उसी यूनिवर्सिटी से पब्लिक पॉलिसी में मास्टर्स कर रही हैं। वह पायलट की ट्रेनिंग भी ले रही हैं।
स्पाइसजेट में इंटर्नशिप से पहले अवनि ने जेट ब्लू टेक्नॉलजी में बतौर इन्वेस्टमेंट असोसिएट्स ऐनालिस्ट काम किया था, जो अमेरिका की लो-कॉस्ट एयरलाइन जेट ब्लू एयरवेज की इनोवेशन यूनिट है। यह एविएशन सेक्टर में अवनि का पहला अनुभव था। ?उन्हें स्पाइसजेट के विभिन्न डिपार्टमेंट्स में ट्रेनिंग दी जा रही है, हालांकि अजय सिंह ने साफ किया कि एयरलाइन को जॉइन करने का फैसला पूरी तरह से अवनि का होगा। उन्होंने कहा, ‘यह पूरी तरह से उसका फैसला होगा। वह काफी योग्य है और उसके पास बहुत से विकल्प हैं। हमने उसे हमेशा अपने हिसाब से सोचने और फैसले लेने के लिए प्रोत्साहित किया है।’
स्पाइसजेट में अवनि ने ब्रैंड, इन-फ्लाइट क्रू और एयरपोर्ट स्टाफ के परफॉर्मेंस को सुधारने से जुड़े प्रॉजेक्ट पर काम किया है। स्पाइसजेट के एग्जिक्युटिव्स ने बताया कि वह दिल्ली से देहरादून के बीच उड़ान भरने वाली पहली बायोफ्यूल फ्लाइट के प्रॉजेक्ट में शामिल थीं और उन्होंने कंपनी की वेबसाइट्स और मोबाइल ऐप में सुधार के लिए कई अहम सुझाव दिए हैं।