नई दिल्ली
दिल्ली एम्स के रेजिडेंट डॉक्टरों ने शनिवार(3 अगस्त) सुबह 8 बजे एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर यह एलान किया है कि एनएमसी बिल के कुछ प्रावधानों को लेकर चल रही उनकी अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी। हालांकि उन्होंने ये भी जानकारी दी है कि आपातकालीन सेवाएं आज(3 अगस्त) सुबह से ही शुरू हो जाएंगी।
शुक्रवार को कैसा रहा हाल
एम्स और सफदरजंग अस्पताल के आपातकालीन विभाग में बृहस्पतिवार रात जाने वाले मरीजों को उपचार नहीं मिल सका। एम्स के आपातकालीन विभाग में प्रबंधन ने पर्याप्त व्यवस्था का दावा किया था लेकिन मरीजों को यहां भर्ती नहीं किया गया।
आपातकालीन वार्ड में मरीजों को जब डॉक्टर नहीं मिले तो वे बाहर बैठकर इंतजार करने लगे। रात करीब डेढ़ बजे तक जब मरीजों को उपचार नहीं मिला तो सुरक्षा गार्ड ही उन्हें दूसरे किसी अस्पताल में जाने की सलाह देने लगे। पूर्वी दिल्ली के सुनील पांडे ने बताया कि बृहस्पतिवार की रात वह अपनी मां को लेकर एम्स पहुंचा। उनकी मां की तबियत काफी खराब थी लेकिन लंबे इंतजार के बाद भी उन्हें भर्ती नहीं किया गया।
वार्ड में न कोई डॉक्टर था और न ही कोई कर्मचारी। कुछ ही देर बाद सुरक्षा गार्ड वार्ड में आए और उन्हें वहां से जाने को कहने लगे। उन्होंने अपने मरीज को लेकर व्यथा भी सुनाई, लेकिन सुरक्षा गार्डों का कहना था कि एम्स में डॉक्टरों की हड़ताल है।
यहां कोई इलाज नहीं करने आएगा। सभी डॉक्टर अपने हॉस्टल में हैं। ठीक यही हाल बिहार निवासी चंदन का था। चंदन के पैर में काफी चोट थी। लेकिन उनकी सुनने वाला वहां कोई ना था।