50 देशों के मेहमानों के साथ आज काशी में होगा प्रवासी भारतीय सम्मेलन-2019 का आगाज

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वाराणसी। पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में सोमवार से प्रवासी भारतीय सम्मेलन की शुरूआत होगी। वाराणसी में होने वाले इस खास आयोजन में एक ओर जहां दुनिया भर के प्रवासी भारतीय विश्व की सांस्कृतिक राजधानी की विरासतों से रूबरू होंगे, वहीं खुद पीएम मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज सरीखे मेजबान इन अतिथियों को देश की परंपराओं से परीचित कराएंगे। वाराणसी में होने वाले इस खास कार्यक्रम की शुरूआत तो गंगा आरती के साथ हो चुकी है, लेकिन औपचारिक रूप से इसका उद्घाटन मंगलवार को खुद पीएम नरेंद्र मोदी करेंगे।
Today’s inauguration of Pravasi Bharatiya Sammelan 2013 will be held in Kashi with guests of 50 countries.
वाराणसी के बाबतपुर एयरपोर्ट पर रविवार को सुबह से शाम तक दिल छू लेने वाला दृश्य देखने को मिला। विमान से उतरते ही विदेशी मेहमान हाथ जोड़कर और घुटने मोड़ अपनी माटी को चूमते और रज को सिर माथे लगाते रहे। आतिथ्य से अभिभूत परदेशी भारतीयों की आंख नम हो गई। 21 से 23 जनवरी तक होने वाले प्रवासी भारतीय सम्मेलन में शिरकत करने बड़ी संख्या में विदेशी मेहमानों के आने से एयरपोर्ट पर उत्सव सरीखा नजारा था।

सुबह से ही दुबई, मलयेशिया, कजाकिस्तान, सूरीनाम, अमेरिका आदि देशों के प्रवासी भारतीयों के आने का सिलसिला शुरू हुआ तो शाम तक करीब आठ सौ मेहमान पहुंचे। दोपहर में विशेष विमान से मॉरीशस के 264 प्रवासी आए। इन्होंने सबसे पहले काशी की धरती को नमन किया और यहां की मिट्टी माथे पर लगाई। वहीं मेहमानों के आगमन के बाद सामने हाथों में आरती थाल सजा खड़े स्कूली बच्चों ने सभी को गुलाब का फूल देकर स्वागत किया। इसके बाद इन बच्चों ने अतिथियों को माला पहनाई और साथ में रुद्राक्ष भेंट किया। एयरपोर्ट पर इस अंदाज में स्वागत से सभी गदगद दिखे। इसके बाद मेहमानों को आदरपूर्वक हेल्पडेस्क तक पहुंचाया गया। पंजीकरण नंबर पूछकर उनके रहने और वाहन की व्यवस्था चेक कर लाइजनिंग अफसर मेहमानों को कार में बैठाकर आयोजन स्थल पर रवाना करते रहे।

50 देशों से काशी पहुंचे हैं मेहमान
बता दें कि प्रवासी भारतीय सम्मेलन में शामिल होने के लिए दुनिया के 50 से ज्यादा देशों से करीब डेढ़ हजार प्रवासी भारतीय वाराणसी पहुंचे है। इनमें सबसे बड़ा दल मलयेशिया का है। मलयेशिया से आए प्रवासी राजघाट से फूल-मालाओं से सजे बजड़ों पर सवार होकर रविवार शाम दशाश्वमेध घाट पहुंचे। उनके साथ केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर, मलयेशिया के गणेश वाईबी श्विाने, राजाराम, मलयेशिया सरकार के सेक्रेटरी रमेश कुमार व डॉ. सुमगुम रंगा स्वामी, महात्मा गांधी की पोती इला गांधी भी रहीं।

दमकते दशाश्वमेध घाट पर गंगा सेवा निधि की नियमित आरती से पहले राज्यवर्धन सिंह राठौर ने मलयेशिया के विशिष्टजनों के साथ मां गंगा का विधिवत पूजन किया। इसके बाद सभी गंगा आरती में शामिल हुए। एक घंटे बाद आरती खत्म हुई तो हर किसी की जुबान पर यही कि ऐसा नजारा कभी नहीं देखा था, मन गदगद हो गया। मलयेशिया के मंत्री व साथ रहे अफसरों के मुंह से बेबस निकला, काशी निराली है।

22 जनवरी को पीएम करेंगे उद्घाटन
इसके बाद गंगा सेवा निधि की ओर से अतिथियों को अंगवस्त्र और प्रसाद भेंट किया गया। उधर, प्रवासी सम्मेलन में तीन दिन नए भारत के निर्माण में प्रवासियों की भूमिका पर मंथन किया जाएगा। अलग-अलग सात सत्रों में आयोजित कार्यक्रम में विशेषज्ञ अपनी राय रखेंगे और प्रवासी मेहमानों से उनकी राय जानेंगे। 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रवासी भारतीय दिवस के 15 वें संस्करण का उद्धाटन करेंगे। इसी दिन सांसद व अभिनेत्री हेमा मालिनी गंगा नृत्य नाटिका प्रस्तुत करेंगी।