नई दिल्ली: त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब अपने काम से ज्यादा विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं. उनके बयानों से पार्टी की काफी फजीहत हो रही है. त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब एक बार फिर अपने अटपटे बयानों से सुर्खियों में हैं. रवींद्रनाथ टैगोर की जयंती पर बिप्लब देब ने कहा कि टैगोर ने अंग्रेजों के विरोध में अपना नोबेल पुरस्कार लौटा दिया था.
Tripura CM again gave the controversial statement: Therefore, Tagore had returned Nobel
आपको बात दें कि नोबेल पुरस्कार से सम्मानित कवि, उपन्यासकार, नाटककार, चित्रकार और दार्शनिक रवींद्रनाथ टैगोर ने जलियावाला बाग हत्याकांड के विरोध में ब्रिटिश राजा द्वारा दिए गए नाइटहुड के खिताब को लौटा दिया था लेकिन उन्होंने स्वीडिश अकादमी द्वारा दिए गए नोबल पुरस्कार को कभी नहीं लौटाया था. बिप्लब देब के वो बयान जो बने विवाद की वजह.
महाभारत काल में इंटरनेट और सैटेलाइट का दावा
बिप्लब देब सबसे पहले महाभारत काल में इंटरनेट और सैटेलाइट होने का दावा कर सुर्खियों में आए थे. बीते 18 अप्रैल को उन्होंने राजधानी अगरतला में आयोजित कार्यक्रम में कहा था कि देश में महाभारत युग में भी तकनीकी सुविधाएं उपलब्ध थीं, जिनमें इंटरनेट और सैटेलाइट भी शामिल थे. उन्होंने कहा था कि, यह सब मेरे देश में पहली बार नहीं हो रहा है. यह वह देश है, जिसमें महाभारत के दौरान संजय ने हस्तिनापुर में बैठकर धृतराष्ट्र को बताया था कि कुरुक्षेत्र के मैदान में युद्ध में क्या हो रहा है. संजय इतनी दूर रहकर आंख से कैसे देख सकते हैं, सो, इसका मतलब है कि उस समय भी तकनीक, इंटरनेट और सैटेलाइट था.
मिस यूनिवर्स डायना हेडन इंडियन ब्यूटी नहीं है
महाभारत युग में इंटरनेट वाला बयान चर्चा में था ही कि बिप्लब देब ने मिस वर्ल्ड डायना हेडन को लेकर विवादित बयान दे डाला. उन्होंने 27 अप्रैल को कहा कि, डायना हेडन इंडियन ब्यूटी नहीं हैं. डायना हेडन की जीत फिक्स थी. उन्होंने कहा कि डायना हेडन भारतीय महिलाओं की सुंदरता की नुमाइंदगी नहीं करतीं. ऐश्वर्या राय करती हैं. बिप्लब देब के इस बयान ने चौतरफा सुर्खियां बटोरी. हालांकि बाद में उन्होंने अपने बयान पर खेद भी जताया.