नागमणि और सोने की गिन्नियां बेचने का झांसा देकर लूटपाट करने वाले दो आरोपी फरार, एक पकड़ाया

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TIO इंदौर

स्पेशल टास्क फोर्स ने ऐसे बदमाश को गिरफ्तार किया है जो नागमणि, बेशकीमती रत्न और सोने की गिन्नियां बेचने का झांसा देकर लूटपाट करता था। गिरोह में शामिल दो बदमाश निरीक्षक और सिपाही से झूमाझपटी कर जंगलों में भाग गए। पकड़े गए आरोपित से 110 नकली सोने की गिन्नियां बरामद हुई हैं। आरोपित की पेट्रोल पंप डकैती कांड सहित कई मामलों में तलाश थी।

एसपी (एसटीएफ) पद्मविलोचन शुक्ल के मुताबिक, ऑनलाइन फूड डिलिवरी करने वाली कंपनी के कर्मचारी अंकित बोरकर निवासी न्यू देवास रोड ने पिछले दिनों एक लाख रुपए की धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करवाई थी। उसने बताया था कि आरोपितों ने सस्ते दामों पर सोने के सिक्के देने के बहाने बुलाया और लूट लिया। इसी आधार पर एसटीएफ ने आरोपितों की जानकारी जुटाई तो पता चला कि गिरोह का सरगना रंजीत उर्फ रंजिन पिता सरकस पारदी निवासी बेजनपुर थाना सिवनी (मालवा) है। वह साथी विजय उर्फ छोटू और गुलाब के साथ नागमणि, सोने की गिन्निायां और बेशकीमती रत्न सस्ते दामों पर बेचने का झांसा देकर लोगों को सुनसान जगह बुलाकर लूट लेता है।

सिपाही श्रीकृष्ण ने ग्राहक बनकर छोटू से बात की और वाट्सएप पर सोने की गिन्नियों के फोटो मंगवाए। सौदा तय होने पर आरोपित ने डिलिवरी देने के लिए टिमरनी बैतूल रोड स्थित झिरियाडोह बुलाया। निरीक्षक एमए सैयद व श्रीकृष्ण ने जैसे ही गिन्नियां देख आरोपितों को पकड़ने की कोशिश की छोटू और गुलाब धक्का देकर फरार हो गए। जबकि रंजीत को मौके पर दबोच लिया। फरार आरोपितों ने शोर मचाकर साथियों को बुलाने की कोशिश की लेकिन पुलिस रंजीत को लेकर आ गई।

पुलिस पर हमला भी कर देते हैं आरोपित

निरीक्षक एमए सैयद के मुताबिक, आरोपित रंजीत, छोटू और गुलाब पारदी गिरोह के सदस्य हैं। इन पर वन्य प्राणी अधिनियम, चोरी, लूट, धोखाधड़ी के कई केस दर्ज हैं। रंजीत पेट्रोल पंप डकैती केस में भी फरार था। आरोपित के भाई अरविंद, अरकिस, प्रहलाद, सरकिल, अरतिस, आनंद, पिता सरकस, चाचा चुन्नाीलाल, नागदिलाल, निगरु, अर्जुन, अरबे सिंह, रमेश, दादा सारे सिंह के खिलाफ भी करीब 20 केस दर्ज हैं। आरोपित पुलिस पर भी हमला कर देते हैं।

हॉस्टल में रहकर नेटवर्क बनाया

निरीक्षक सैयद ने बताया कि आरोपित खुद ही नकली सिक्के व गिन्नियां बना लेते हैं। छोटू ने हॉस्टल में रहते हुए नेटवर्क खड़ा कर लिया था। वह परिचितों को कॉल कर सस्ते दामों पर सोना, नागमणि और रत्न देने का झांसा देता था। कई बार अनजान नंबरों पर भी कॉल लगाकर खुदाई में खजाना मिलने का झांसा देकर लोगों को जाल में फंसा लेता था। आरोपितों ने तमिलनाडु निवासी अरुल पिता संगम और जगदीश (राऊ) व मुकेश वर्मा (जूनी इंदौर) से भी ठगी व लूट करना स्वीकारा है।