अमेरिका ने सीरिया पर किया रासायनिक हमला, रूस से बढ़ी तनातनी

0
515

वॉशिंगटन। अमेरिका द्वारा सीरिया पर किए सैन्य  हमले के बाद रूस और अमेरिका के बीच तनातनी और बढ़ गई है। रूस अब इस मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में उठाने की बात कर रहा है। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि सीरिया पर अमेरिकी सैन्य हमले को लेकर रूस संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में आपातकालीन सत्र को बुलाएगा।

सीरिया पर हुए रासायनिक हमले पर अमेरिका ने बड़ी कार्रवाई की है। अमेरिका ने सीरिया पर हवाइ हमला किया है। इस अमेरिकी कार्रवाई में फ्रांस और इंग्लैड भी शामिल हैं। बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सीरिया पर एयर स्ट्राइक का आदेश दिया। सीरिया के पूर्वी गोता के डौमा में हाल में सीरिया द्वारा रसायनिक हथियारों के इस्तेमाल को लेकर अमेरिका ने पहले ही असद सरकार को चेतावनी दी थी। इस हमले में बच्चों सहित 75 लोग मारे गए थे।

रासायनिक हमले को लेकर गुस्साए ट्रंप ने सीरिया के राष्ट्रपति असद को ‘जानवर’ कहकर संबोधित किया था। हालांकि 12 अप्रैल को सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद ने सीरिया पर हमले को लेकर पश्चिमी देशों को चेतावनी देते हुए कहा कि डौमा पर संदिग्ध रासायनिक हमले के आरोप गलत और झूठे हैं।

वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सीरिया हमले को लेकर रूस को भी घेरा है। ट्रंप ने कहा, ‘सीरिया पर हुआ हमला असद (सीरिया के राष्ट्रपति) के रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल को रोकने की रूस की विफलता का प्रत्यक्ष परिणाम है।’ ट्रंप ने कहा है कि सीरिया के खिलाफ अमेरिकी सैन्य कार्रवाई को ब्रिटेन और फ्रांस का समर्थन मिला है।

अमेरिकी मीडिया ने बताया, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सीरिया की स्थिति पर आज सुबह 6:30 बजे देश को संबोधित किया और बताया कि वे दमिश्क के बाहर रासायनिक हमले का जवाब देने की योजना कैसे बना रहे हैं। ट्रंप ने अपने वरिष्ठ सैन्य सलाहकारों के साथ पिछले कुछ दिन बिताए और डौमा में हुए घातक हमले के बाद कार्रवाई करने का फैसला करने के लिए फ्रांस और ब्रिटेन के सहयोगियों से बात की। बता दें कि पूर्वी घौटा विद्रोहियों का सबसे बड़ा गढ़ है।