प्रदेश के कौन होंगे नए पुलिस मुखिया

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शशी कुमार केसवानी


मध्यप्रदेश में नए डीजीपी के सवाल पर मुख्यमंत्री ने यक्षप्रश्न बना रखा है। प्रदेश के सारे आईपीएस अधिकारियों को समॐक्क नहीं आ रहा कि अगला डीजीपी आखिर कौन होगा। प्रदेश भर में इसलिए कानून व्यवस्था पर भी असर पड़ रहा है। मुख्यमंत्री की चुप्पी का कोई अंदाज लगा नहीं पा रहा। जिससे प्रदेशभर में एक अलग ही माहौल बना हुआ है। हालांकि मध्यप्रदेश का अगला डीजीपी कौन होगा। सुधीर सक्सेना, राजीव टंडन या पवन जैन। मौजूदा डीजीपी विवेक जौहरी का कार्यकाल 4 मार्च को खत्म हो रहा है लेकिन नए डीजीपी के लिए नामों का पैनल अब तक यूपीएससी को नहीं भेजा गया है।

ऐसे में सवाल यह खड़ा हो रहा है कि जब मौजूदा डीजीपी का कार्यकाल खत्म हो जाएगा तो फिर नया कौन डीजीपी होगा ? एक संभावना यह भी है कि हो सकता है नए डीजीपी की नियुक्ति तक प्रभारी डीजीपी की व्यवस्था को लागू किया जाए।
सोशल मीडिया पर कुछ पुराने पत्रकार अपने अनुमानों के आधार पर डीजीपी का नाम चलाते रहते है। उन्हें लगता है शायद उनका नाम चलाने से वहीं डीजीपी बनेंगे। पर यह हकीकत बहुत दूर की बात है। डीजीपी के नए नाम को लेकर एक खबर तेजी से वायरल हुई। उसमें ये बताया गया कि डीजीपी के लिए नया नाम तय कर लिया गया है। जब यह खबर हद से ज्यादा वायरल हुई तो गृह विभाग की ओर से इस पर सफाई जारी की गई।

सफाई में यह बताया गया कि डीजीपी के लिए नामों की जानकारी यूपीएससी को भेजे जाने का प्रकरण उच्च स्तर पर विचाराधीन है। इसलिए अभी नामों का पैनल यूपीएससी को भेजा ही नहीं गया है। नए डीजीपी के लिए अभी नाम भले तय न किए गए हों लेकिन जिन नामों की चर्चा सबसे ज्यादा हो रही है उनमें सुधीर सक्सेना जो प्रदेश के कई पदों पर रहे है और मुख्यमंत्री के ओएसडी भी रहे है, जिससे मुख्यमंत्री के काफी करीबी माने जाते है तथा उनके भरोसेमंद अफसरों में से एक है। राजीव टंडन भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के भरोसेमंद अधिकारियों में हैं पर तीन माह में सेवानिवृत्त हो जाएंगे। लगता नहीं है कि ऐसे अधिकारी जो तीन माह बाद रिटायर्ड हो जाए उसे डीजीपी बनाएंगे। वहीं पवन जैन के नाम शामिल हैं। कहा जाता है कि वे प्रदेश में कई पदों पर रहे है वे प्रदेश को अच्छी तरह से जानते है।

यह कहा जा रहा है कि इन्हीं में से कोई एक नाम नए डीजीपी के लिए तय होगा। इन तीनों में भी सुधीर सक्सेना का नाम सबसे आगे चल रहा है। फिलहाल वो केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर कैबिनेट सचिवालय में सुरक्षा सचिव हैं। उनके बाद उन्हीं के बैच के पवन जैन का नाम भी तेजी से चर्चा में हैं। वो फिलहाल डीजी होमगार्ड हैं।