नई दिल्ली
प्रवर्तन निदेशालय द्वारा कोऑपरेटिव बैंक घोटाले में एनसीपी प्रमुख शरद पवार और उनके भतीजे के खिलाफ दर्ज किए गए मामले को लेकर एनसीपी कार्यकर्ताओं ने आज प्रवर्तन निदेशालय के मुंबई दफ्तर के बाहर धरना दिया। उन्होंने पार्टी का झंडा लेकर विरोध प्रदर्शन दिखाया। वहीं, शरद पवार ने अपने ऊपर लगे आरोप पर कहा है कि उन्हें जेल जाने से कोई पेरशानी नहीं है।
पवार ने कहा कि अगर मुझे जेल जाना पड़े तो मुझे कोई दिक्कत नहीं है। मुझे खुशी होगी क्योंकि मुझे जेल का अनुभव कभी नहीं हुआ है। अगर किसी ने मुझे जेल भेजने की योजना बनाई है, तो मैं इसका स्वागत करता हूं।
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को मामले में पवार, अजीत पवार और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया है।
अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून के तहत एनफोर्समेंट केस इंफॉर्मेशन रिपोर्ट (ईसीआईआर) दर्ज की गई है, जो पुलिस की एफआईआर के समान होती है। यह मामला मुंबई पुलिस की एफआईआर के आधार पर दर्ज किया गया है।
एफआईआर में बैंक के पूर्व चेयरमैन, पूर्व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के अलावा कोऑपरेटिव बैंक के 70 पूर्व पदाधिकारियों के नाम हैं। यह मामला ऐसे समय में दर्ज किया गया है, जबकि अगले महीने राज्य में विधानसभा के चुनाव होने हैं।