भोपाल। किसी भी युद्ध का नियम है रणभूमि में उतरने से पहले अपनी सेना के मनोबल को बुलंदियों तक पहुंचाना, ताकि विरोधी सेना हौंसला देखकर ही आधी परास्त हो जाए. आज भोपाल के जंबूरी मैदान में भाजपा के सेनापति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह कार्यकर्ताओं का हौंसला और ताकत जगाने आए हैं. यह 2018 और 2019 का चुनावी शंखनाद कर दिया है। हालांकि सेना लगभग दस लाख आनी थी लेकिन आधी भी नहीं आ पाई। इससे संदेह होता है कि उत्साह तो है पर आत्मविश्वास की भारी कमी नजर आ रही है। बड़े नेताओं के चेहरों से हंसी पूरी तरह गायब सी हो गई है। इससे समझ में आता है कि आगे का रण आसान नहीं होगा, पर अब शंखनाद तो गया है पर चुनौतियों से जूझना बाकी है।
Worker Maha Kumbha: The BJP, enthusiastically but lacks confidence
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाजपा के कार्यकर्ता महाकुंभ में शामिल होने के लिए मंगलवार को भोपाल पहुंचे। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया। तीनों एक ही हेलिकॉप्टर से जंबूरी मैदान पहुंचे। भाजपा ने इसे दुनिया के सबसे बड़े कार्यकर्ता सम्मेलन के तौर पर प्रचारित किया था। इसमें प्रदेश के 65 हजार बूथों से 10 लाख से ज्यादा कार्यकतार्ओं के पहुंचने का दावा किया गया।
राहुल गांधी सपना देख रहे हैं : शाह
अमित शाह ने कहा- राहुल गांधी कहीं बोल रहे थे कि मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनेगी। आपको स्वप्न देखने की आजादी है। लेकिन, किस आधार पर आप सरकार बनाएंगे? मौनी बाबा मनमोहन के समय में कमजोर नीतियों वाली सरकार बनाई। अर्थव्यवस्था का आपने बंटाधार कर दिया था। भाजपा सरकार से पहले 10 साल तक मध्यप्रदेश में श्रीमान बंटाधार का शासन था। मध्यप्रदेश को बीमारू राज्य बनाकर छोड़ दिया था।
राहुल फन मशीन हैं : शिवराज
मोदी के संबोधन से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कार्यकतार्ओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा- राहुल गांधी मुझे घोषणा मशीन कहते हैं। राहुल गांधी तो फन मशीन हैं। घोषणा वह करता है, जिसके मन में संकल्प हो मध्यप्रदेश को नंबर वन राज्य बनाने का। 2003 से पहले मध्य प्रदेश में सड़कें नहीं थीं। आज राज्य में विश्वस्तरीय सड़कें बनाई हैं। सिंचाई की बेहतर व्यवस्था की घोषणा की है। 40 लाख हेक्टेयर तक सिंचाई पहुंचा देंगे। नर्मदा का पानी क्षिप्रा में लाने की घोषणा की थी और हम ले आए।
ट्रैफिक रोका गया : हबीबगंज रेलवे स्टेशन पर बाहर से आए कार्यकतार्ओं को महाकुंभ में ले जाने के लिए करीब 100 बसें लगाई गईं। यहां कार्यकतार्ओं की भीड़ को देखते हुए ट्रैफिक रोक दिया गया। राजधानी के मुख्य रेलवे स्टेशन से भी कार्यकतार्ओं को यहां लाने के लिए 150 बसों को इंतजाम किया गया।
सुरक्षा इंतजामों की खुली पोल
भारी सुरक्षा के बाद भी लोगों की नाराजगी सरकार के खिलाफ साफ दिखाई दे रही है। शहर में लगे मोदी और अमित शाह समेत कई भाजपा नेताओं के पोस्टरों पर किसी ने कालिख पोत दी। आनन-फानन में इनकी जगह नए पोस्टर लगाए गए।