कार्यकर्ता महाकुंभ पर एससी-एसटी एक्ट से डरी भाजपा, हर कार्यकर्ता पर रहेगी नजर

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भोपाल। विधानसभा चुनाव से पहले होने जा रहे भाजपा के कार्यकर्ता महाकुंभ पर एट्रोसिटी का खतरा मंडरा रहा है। पार्टी की ओर से एहतियाहात के तौर पर सभी जिला एवं ब्लॉक अध्यक्षों को फरमान जारी किया है कि कार्यकर्ता महाकुंभ में तथाकथित लोगों को आने से रोका जाए। जिन कार्यकर्ताओं को प्रवेशिकाएं दी गईं, उन्हें ही प्रवेश दिया जाएगा।
Workers will be scared of SC-ST act on Mahakumbh
बिना इसके किसी को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। पार्टी एवं खुफिया विभाग से मिले इनपुट ने सत्ता और संगठन की चिंता बढ़ा दी है। क्योंकि इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से लेकर केंद्रीय एवं प्रदेश के बड़े नेता मौजूद रहेंगे। ऐसे में एट्रोसिटी को लेकर कुछ तथाकथित ताकतें भाजपा के महाकुंभ में कालेझंडे का प्रदर्शन अथवा नारेबाजी कर अपना विरोध दर्ज करा सकते हैं।

मप्र भाजपा द्वारा आयोजित किए जा रहे कार्यकर्ता महाकुंभ में प्रदेश भर से 5 लाख से ज्यादा की भीड़ जुटाने का दावा किया है। जिसमें समाज के सभी तबके के लोग एवं पार्टी के सभी मोर्चा, प्रकोष्ठ के कार्यकर्ता पर पदाधिकारी पहुंचेंगे। भाजपा की चिंता इस बात को लेकर है कि हाल ही में एससी-एसटी एक्ट का विरोध सबसे ज्यादा मप्र में सवर्णों ने ही किया था, विरोध करने वाले ज्यादातर सवर्ण भाजपा अथवा पार्टी नेताओं के समर्थक रहे हैं।

ऐसे में भाजपा को डर है कि कुछ तथाकथित लोग कार्यकर्ता महाकुंभ में माहौल न बिगाड़ दें। पिछले दिनों में पार्टी नेताओं की तैयारियों को लेकर हुई बैठकों में भी यह मुद्दा छाया रहा कि असामाजिक ताकतों को स मेलन में आने से कैसे रोका जाए। प्रदेश नेतृत्व ने जिला इकाइयों को निर्देश दिए हंै कि मतदान केंद्र तक प्रवेशिकाएं पहुंचाईं जाएं। इसके बाद कार्यक्रम में सिर्फ प्रवशिकाओं वालों को ही एंट्री दी जाए।

संयुक्त मोर्चा की रैली ने बढ़ाई धड़कन
भाजपा का कार्यकर्ता महाकुंभ 25 सितंबर को होने जा रहा है। इससे पहले अजाक्स एवं पिछड़े वर्ग के संयुक्त मोर्चा का भी 23 सितंबर को भोपाल को प्रदर्शन है। अजाक्स के प्रवक्ता विजय शंकर श्रवण के अनुसार संयुक्त मोर्चा के स मेलन में 1 लाख से ज्यादा की भीड़ उमड?े की संभावना है। खास बात यह है कि यह रैली एवं प्रदर्शन 6 सितंबर को सवर्ण संगठनों द्वारा एससी-एसटी एक्ट के विरोध में किए गए भारत बंद के बाद शक्ति प्रदर्शन की दृष्टि से किया जा रहा है।

खुफिया विभाग से मिले इनपुट!
भाजपा सूत्रों के अनुसार कार्यकर्ता महाकुंभ में पार्टी नेताओं को काले झंडे दिखाने या फिर नारेबाजी करने को लेकर खुफिया इनपुट मिला है। इसके बाद कार्यक्रम स्थल के सभी प्रवेश द्वारों पर सुरक्षा बढ़ाई जाएगी। इस आयोजन में पीएम मोदी के आने की संभावना है। खुफिया एजेंसियां पहले ही पीएम मोदी की सुरक्षा को लेकर एलर्ट जारी कर चुकी हैं।

नाराज वर्गों को मनाने में जुटा सत्ता-संगठन
कार्यकर्ता महाकुंभ में एससी-एसटी एक्ट के विरोध अथवा समर्थन में हाथ उठने का डर सत्ता और संगठन के चहरे पर साफ दिखाई दे रहा है। यही कारण है कि सपाक्स, अजाक्स एवं अन्य संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ सत्ता और संगठन के पदाधिकारियों की बैठकों का दौर शुरू हो गया है।

यह पब्लिक का कार्यक्रम नहीं है। जो कार्यकर्ता अपेक्षित है सिर्फ उसी को प्रवेश मिलेगा। इसके लिए हर मतदान केंद्र पर कार्यकर्ताओं के लिए प्रवेशिकाएं पहुंचा दी गई हैं। कार्यकर्ता महाकुंभ में सिर्फ इन प्रवेशिकाओं से ही प्रवेश मिलेगा।
रजनीश अग्रवाल
प्रवक्ता मप्र भाजपा