TIO NEW DELHI
लेखिका ज्योति झा की पुस्तक आनंदी इस समय खूब धमाल मचा रही है। युवाओं की खूब पसंद आ रही इस पुस्तक में एक नहीं, दो नहीं खूब सारे प्रेरणादायी संदेशों की भरमार है। किस प्रकार आनंदी नाम की एक बालिका अपने जीवन की प्रारम्भिक कठिनाइयों से जूझते हुए अपने जीवन के लक्ष्य की प्राप्ति की ओर आगे बड़ती है बहुत शिक्षाप्रद है। पुणे में रह रही लेखिका ज्योति झा इन दिनो अपने लेखन के माध्यम से समाज को सकारात्मक संदेश दे रही है। ज्योति झा एक लेखिका होने के साथ- साथ एक गीतकार और एक बहुत अच्छी स्टॉरीटेलर भी है। हिंदी और अंग्रेज़ी डोनो ही भाषाऑ में लेखन के माध्यम से पाठकों के मध्य अपनी एक ख़ास पहचान बनाने वाली ज्योति की पुस्तक आनंदी ने कैसे बहुत ही कम समय में अपने नाम के झंडे गाड़ दिए हो। पुस्तक का प्रकाशन बुक्सक्लिनिक पब्लिशिंग हाउस ने किया है और पुस्तक की मार्केटिंग लिटेरिया इन्सायट के द्वारा की गयी है। पुस्तक का सम्पादन लेखक, प्रोडूसर और क्रिटिक नीतीश राज ने किया है। उपन्यास की ख़ास बात यह है कि हयह युवा पीडी को झकझोरकर रख देती है। महिला वर्ग को ह्ह पुस्तक अवश्य पढ़नी चाहिए जिससे वह अपने जीवन में कठिन समय से सामना कर अपने जीवन को सफल बना सकें।