येदियुरप्पा राज्यपाल से मिलने के बाद जाएंगे शाह से मिलने, भाजपा सरकार बनाने को तैयार

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बंगलूरू

करीब एक महीने से चला आ रहे कर्नाटक के नाटक का मंगलवार देर शाम आखिर पटाक्षेप हो गया। कांग्रेस और जदएस विधायकों के इस्तीफे से लड़खड़ाई 14 महीने पुरानी एचडी कुमारस्वामी सरकार बहुमत परीक्षण में फेल होने के बाद सत्ता से बाहर हो गई।

मतविभाजन में कुमारस्वामी के पक्ष में 99 और विरोध में 105 वोट पड़े। इसके बाद कुमारस्वामी ने रात में ही राज्यपाल वजूभाई वाला को इस्तीफा सौंप दिया। दूसरी ओर, नेता प्रतिपक्ष और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा ने इसे सच की जीत बताते हुए सरकार बनाने का भरोसा जताया है।

इस बीच, देर रात भाजपा विधायक दल की बैठक येदियुरप्पा के अध्यक्षता में एक होटल में हुई। बुधवार को फिर बैठक है। येदियुरप्पा ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को पत्र लिखकर समर्थन के लिए उन्हें धन्यवाद दिया है।

बताया जा रहा है कि बीएस येदियुरप्पा आज राज्यपाल से मिलेंगे। साथ ही वो आज शाम भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मिलने दिल्ली जा सकते हैं।

गौरतलब है कि कांग्रेस-जदएस के 14 बागी विधायकों के इस्तीफे के बाद सरकार मुश्किलों में घिर गई थी। हालांकि इनमें से एक कांग्रेस विधायक ने सरकार के समर्थन में वोट दिया है। दो निर्दलीय विधायक एच नागेश और आर रमेश ने भी सरकार से समर्थन वापस लेते हुए मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। दोनों विधायक पाला बदलकर भाजपा के खेमे में चले गए थे।

भाजपा बोली- सीएम येदियुरप्पा होंगे

इस बीच, केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता सदानंद गौड़ा ने साफ किया है कि मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ही होंगे। उन्होंने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व पहले ही इस बारे में अपना मत स्पष्ट कर चुका है। वहीं, भाजपा नेता जगदीश शेट्टार ने कहा कि हमारे साथ 105 विधायक हैं। सदन में हमारा बहुमत है। सरकार बनाएंगे। बागी विधायकों के इस्तीफे स्पीकर ने अभी स्वीकार नहीं किए हैं। अग देखना है वे भाजपा के साथ आना चाहते हैं या नहीं।

यह लोकतंत्र की जीत है

यह लोकतंत्र की जीत है। लोग कांग्रेस-जदएस सरकार से ऊब गए थे। मैं कर्नाटक के लोगों को भरोसा दिलाता हूं कि नए युग की शुरुआत होगी। हम किसानों को आश्वस्त करते हैं कि आने वाले दिनों में उन्हें ज्यादा महत्व दिया जाएगा। जल्द ही हम ठोस कदम उठाएंगे। – बीएस येदियुरप्पा, नेता प्रतिपक्ष

कर्नाटक के निर्दलीय विधायकों की याचिका पर सुनवाई आज

सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को कहा कि कर्नाटक के दो निर्दलीय विधायकों द्वारा विधानसभा में जल्द फ्लोर टेस्ट कराने की मांग वाली याचिका पर बुधवार को सुनवाई होगी। विधानसभा स्पीकर की ओर से पेश वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने पीठ से कहा कि स्पीकर को यह उम्मीद है कि विश्वास मत आज शाम तक हो जाए। लिहाजा चीफ जस्टिस रंजन गोगई की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि वह बुधवार को इस याचिका पर सुनवाई करेगी। वहीं निर्दलीय विधायकों की ओर से पेश वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी ने कहा कि अदालत द्वारा कम से कम यह कहा जाना चाहिए कि मंगलवार को विश्वास मत हो जाना चाहिए।

2018 विधानसभा चुनाव भाजपा ने बीएस येदिुयुरप्पा की अगुवाई में लड़ा। चुनाव में भाजपा को बहुमत हासिल नहीं हो सका। भाजपा को 104, कांग्रेस को 80 और जदएस को 37 सीटें मिली थीं। सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद भाजपा बहुमत से दूर रही, लेकिन 17 मई, 2018 को येदियुरप्पा ने सरकार बनाने का दावा पेश किया और मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।

कांग्रेस ने बिना शर्त जदएस को समर्थन दे दिया था। इससे उनको बहुमत के जरूरी नंबर मिल गए। मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा। रातभर चली सुनवाई के बाद कोर्ट ने येदियुरप्पा को दो दिन में बहुमत साबित करने का आदेश दिया।

बहुमत नहीं मिलता देख येदियुरप्पा ने भावुक भाषण देकर इस्तीफा दे दिया था। वह 55 घंटे तक सीएम रहे। इसके बाद कांग्रेस-जेडीएस सरकार बनी। 23 मई, 2018 को कुमारस्वामी दोबारा राज्य के मुख्यमंत्री बने।

सिर्फ तीन सीएम ही कर पाये हैं कार्यकाल पूरा

कनार्टक के राजनीतिक इतिहास में अब तक सिर्फ तीन मुख्यमंत्री ही अपना कार्यकाल पूरा कर पाये हैं। यह तीनों ही कांग्रेस पार्टी के सीएम रहे हैं।
1962-68 तक एन निजालिंगप्पा, 1972-77 तक डी देवराज उर्स और 2013-18 तक सिद्धारमैया ने ही पूरे पांच साल तक शासन किया।

कुमारस्वामी के पक्ष में वोट ने देने पर बसपा विधायक महेश निष्कासित

बसपा सुप्रीमो मायावती ने कर्नाटक में कुमार स्वामी सरकार के समर्थन में वोट देने के निर्देश का पालन न करने के आरोप में पार्टी विधायक एन. महेश को पार्टी से निष्कासित कर दिया है।

मायावती ने एक ट्वीट में इस कार्यवाही की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विधायक को सरकार के समर्थन में वोट देने को निर्देशित किया गया था लेकिन वह विश्वास मत के दौरान अनुपस्थित रहे। यह अनुशासनहीनता है जिसे पार्टी ने गंभीरता से लिया है।

बंगलूरू में धारा-144 लागू 

मंगलवार को दो निर्दलीय विधायकों की मौजूदगी की खबरों के बीच एक अपार्टमेंट के बाहर भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ता जमा हो गए। पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंच उन्हें वहां से हटाया। पुलिस ने सरकार गिरने के बाद रैलियों और प्रदर्शनों के मद्देनजर एहतियातन 48 घंटे के लिए धारा 144 लागू कर दी है। पुलिस आयुक्त आलोक कुमार ने बताया कि बंगलूरू में मंगलवार शाम 6 बजे से बृहस्पतिवार शाम 6 बजे तक धारा 144 लागू रहेगी। सभी पब, शराब की दुकानें 25 तारीख तक बंद रहेंगी। अगर कोई भी इन नियमों का उल्लंघन करता हुआ पाया जाता है, तो उन्हें दंडित किया जाएगा।

येदियुरप्पा के शपथ के बाद लौटेंगे बागी

 भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा के शपथ लेने के बाद मुंबई में डेरा डाले बागी विधायक बंगलूरू लौटेंगे। सूत्रों ने मंगलवार को बताया, गठबंधन सरकार गिरने के बाद सभी बागी विधायक बेहद खुश हैं। वे जो चाहते थे, उन्हें मिल गया। येदियुरप्पा के शपथ ग्रहण के बाद ही वे बंगलूरू पहुंचेंगे।

भ्रष्ट सरकार का जाना अच्छी खबर : राव

भाजपा प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हाराव ने कहा कि विश्वास मत हारने वाली कर्नाटक सरकार भ्रष्ट और अनुचित थी, जो पिछले दरवाजे से सत्ता में आई थी। बहुमत खोने के बावजूद वह सत्ता में बनी हुई थी। भ्रष्ट गठबंधन की सरकार का जाना कर्नाटक की जनता के लिए अच्छी खबर है।