बहुमत साबित करें या फिर इस्तीफा दें कुमारस्वामी: येदियुरप्पा

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बेंगलुरु

कर्नाटक भाजपा प्रमुख बीएस येदियुरप्पा ने रविवार को दावा किया कि कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार बहुमत खो चुकी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कुमारस्वामी बहुमत साबित करें या फिर पद से इस्तीफा दे दें।

येदियुरप्पा ने कहा, मैं कुमारस्वामी को सलाह दूंगा कि वे जल्द से जल्द इस्तीफा दे दें, क्योंकि कांग्रेस-जेडीएस के 15 से ज्यादा विधायक इस्तीफा दे चुके हैं। दो निर्दलीय विधायकों ने भी मंत्रिपद छोड़ दिया है। उन्होंने राज्यपाल से भाजपा को समर्थन देने की बात कही है। मुख्यमंत्री के पास बहुमत नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ”मैं बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में कुमारस्वामी को सलाह दूंगा कि वे अविश्वास प्रस्ताव साबित करें, या इस्तीफा दे दें।”

सुधाकर राव को मनाने पहुंचे बागी नागराज

उधर, कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार बागी कांग्रेस विधायक एमटीबी नागराज को मनाने में विफल होती दिख रही है। शनिवार को कांग्रेस नेता सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार से मुलाकात के बाद नागराज रविवार को एक भाजपा नेता के साथ विशेष विमान से मुंबई पहुंच गए। सूत्रों का कहना है कि वे विधायक के. सुधाकर राव को वापस लौटने के लिए मनाएंगे। सुधाकर समेत अन्य बागी विधायक मुंबई के रेनेसां होटल में डेरा डाले हैं।

दूसरी ओर, कांग्रेस ने सोमवार को बेंगलुरु में विधानमंडल की बैठक बुलाई है। मंत्री शिवकुमार ने कहा कि हमें भरोसा है कि विधायक पार्टी में लौट आएंगे। नियम साफ है कि अगर उन्होंने विश्वास मत के खिलाफ वोट किया तो सदस्यता रद्द हो जाएगी। इस पर येदियुरप्पा ने कहा कि स्पीकर पर विधायकों की सदस्यता रद्द करने का कोई अधिकार नहीं है।

कुमारस्वामी ने बहुमत साबित करने के लिए वक्त मांगा

मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने शुक्रवार को विधानसभा में स्पीकर रमेश कुमार से बहुमत साबित करने के लिए वक्त मांगा था। इस पर स्पीकर ने भरोसा दिलाया था कि वे जिस दिन कहेंगे, उन्हें इसके लिए वक्त दिया जाएगा। इस पर येदियुरप्पा ने कहा कि भाजपा कुमारस्वामी के विश्वास साबित करने के लिए वक्त मांगने के फैसले का स्वागत करती है। कर्नाटक की जनता को मौजूदा गठबंधन सरकार के भ्रष्टाचार से घृणा थी। यही वजह थी कि दोनों पार्टियों के विधायक इस्तीफा दे रहे हैं। कई और असंतुष्ट विधायक पार्टी छोड़ने के लिए तैयार हैं। कुमारस्वामी ने विश्वास साबित करने के लिए वक्त मांगा और हमें इसमें कोई आपत्ति नहीं है। कुमारस्वामी को सोमवार को खुद ही विश्वास मत साबित करना चाहिए।

कांग्रेस-जेडीएस सरकार का गिरना तय: भाजपा

कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने शनिवार को कहा था कि भाजपा सोमवार को कुमारस्वामी सरकार पर विश्वास मत साबित करने के लिए दबाव डालेगी। उन्होंने शनिवार को विश्वास जताया था कि कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार सदन में बहुमत साबित नहीं कर पाएगी। कांग्रेस-जेडीएस सरकार का गिरना तय है। राज्य के 16 बागी विधायक इस्तीफा दे चुके हैं। उधर, मौजूदा स्थिति से निपटने के लिए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ भी कर्नाटक पहुंचे थे।

5 और विधायक स्पीकर के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचे 

इससे पहले कर्नाटक में इस्तीफा देने वाले 5 और बागी विधायकों ने शनिवार को सुप्रीम कोर्ट में विधानसभा स्पीकर के खिलाफ याचिका दायर की। उनका कहना है कि स्पीकर रमेश कुमार जानबूझकर इस्तीफे स्वीकार नहीं कर रहे हैं।इसी मामले में 10 विधायक पहले ही शीर्ष अदालत में अर्जी लगा चुके हैं। सुप्रीम कोर्ट ने स्पीकर को 16 जुलाई तक यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया है। इस पर मंगलवार को अगली सुनवाई होगी।

यथास्थिति में विश्वासमत साबित करने पर क्या होगा?

पहली: 16 बागी विधायक सरकार के खिलाफ वोटिंग करें। इस स्थिति में सरकार के पक्ष में 100 वोट पड़ेंगे। ये संख्या बहुमत के लिए जरूरी 112 के आंकड़े से कम है। ऐसे में कुमारस्वामी सरकार सदन में विश्वासमत खो देगी। सरकार के खिलाफ वोट करने पर बागियों की सदस्यता खत्म हो जाएगी।

दूसरी: बागी विधायक सदन से अनुपस्थित रहें। इस स्थिति में विश्वासमत के समय सदन में सदस्य संख्या 207 रह जाएगी। बहुमत के लिए जरूरी आंकड़ा 104 का हो जाएगा। लेकिन, बागियों की अनुपस्थिति में सरकार के पक्ष में केवल 100 वोट पड़ेंगे और सरकार गिर जाएगी।

तीसरी: बागियों के इस्तीफे मंजूर हो जाएं। इस स्थिति में भी सरकार को बहुमत के लिए 104 विधायकों की जरूरत होगी, जो उसके पास नहीं होंगे। सरकार गिर जाएगी।

चौथी: अगर विधानसभा अध्यक्ष बागियों को अयोग्य ठहरा देते हैं तो भी सदन में विश्वासमत के वक्त सरकार को बहुमत के लिए 104 का आंकड़ा चाहिए। यह उसके पास नहीं होगा। ऐसे में भी सरकार गिर जाएगी।

कांग्रेस के 13 और जेडीएस के 3 विधायकों ने दिया इस्तीफा
उमेश कामतल्ली, बीसी पाटिल, रमेश जारकिहोली, शिवाराम हेब्बर, एच विश्वनाथ, गोपालैया, बी बस्वराज, नारायण गौड़ा, मुनिरत्ना, एसटी सोमाशेखरा, प्रताप गौड़ा पाटिल, मुनिरत्ना और आनंद सिंह इस्तीफा सौंप चुके हैं। वहीं, कांग्रेस के निलंबित विधायक रोशन बेग ने भी मंगलवार को इस्तीफा दे दिया। बुधवार को के सुधाकर, एमटीबी नागराज ने इस्तीफा दिया।