महाराष्ट्र विधानसभा का विशेष सत्र शुरू, राजभवन पहुंचे उद्धव ठाकरे

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नई दिल्ली

महाराष्ट्र में एक तरह से सरकार बनाने का रास्ता पूरी तरह साफ हो गया है। देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार के इस्तीफों के बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया है। इस बीच बुधवार को भी दिनभर भारी हलचल रहेगी। राज्यपाल के आदेश अनुसार, सुबह 8 बजे से विधानसभा का विशेष सत्र शुरू हो गया है। प्रोटेम स्पीकर चुने गए भाजपा के सभी विधायकों को बारी-बारी से शपथ दिलाएंगे। माना जा रहा है कि इस काम में पूरा दिन लग सकता है। इस बीच, खबर है कि सुबह 9 बजे उद्धव ठाकरे राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलेंगे।

उद्धव ठाकरे पत्नी रश्मि ठाकरे के साथ राजभवन पहुंच चुके हैं। यहां वह राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात कर रहे हैं। उद्धव ठाकरे गुरुवार शाम 6.40 बजे सीएम पद की शपथ लेंगे।

आदित्य ठाकरे भी विधानसभा पहुंच चुके हैं। इस दौरान सुप्रिया सुले और आदित्य की मुलाकात हुई तो सुप्रिया ने आदित्य को गले लगा लिया। इसके बाद दोनों के बीच हल्की फुल्की बातचीत भी हुई।

विधानसभा सत्र शुरू हो चुका है। इस बीच अजीत पवार और सुप्रिया सुले का आमना-सामना हुआ। इस पर दोनों ने एक दूसरे से गले मिलकर अभिवादन किया। इसके पूर्व देवेंद्र फडणवीस भी सदन पहुंच चुके हैं।

जानकारी के मुताबिक, एक विधायक को शपथ दिलाने में 2 से 3 मिनट का समय लगेगा और कुल 288 विधायक होने से दिनभर का समय लग जाएग। गुरुवार शाम उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। उनके साथ एनसीपी और कांग्रेस के एक-एक नेता डिप्टी सीएम पद की शपथ भी ले सकते हैं।

महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों के लिए 21 अक्टूबर को वोटिंग हुई थी और 24 अक्टूबर को नतीजे आए थे। भाजपा और शिवसेना गठबंधन को स्पष्ट बहुमत मिला था, लेकिन मुख्यमंत्री पद को लेकर दोनों दलों के बीच एक राय नहीं बनी और आखिरकार यह गठबंधन सरकार नहीं बना सका। इसके बाद शिवसेना ने एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाने की कवायद शुरू की। हालांकि बड़ा मोड़ तब आया जब देवेंद्र फडणवीस ने अजित पवार के साथ मिलकर शपथ ले ली। हालांकि यह सरकार 80 घंटे बाद ही गिर गई और मंगलवार को दोनों नेताओं ने इस्तीफे दे दिए थे।

अजित पवार ने मानी गलती, शरद पावर ने किया माफ
एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि अजीत पवार ने आखिर में अपनी गलती स्वीकार की है। यह पारिवारिक मामला है और पवार साहब ने उन्हें माफ कर दिया है। वह पार्टी में हैं और पार्टी में उनकी स्थिति नहीं बदली है।